नई दिल्ली (नेहा): साल 2025 के पहले 6 महीनों में भारत से iPhone के एक्सपोर्ट में जबरदस्त बढ़ोतरी देखने को मिली है। इस दौरान भारत से एक्सपोर्ट में साल-दर-साल 53 फीसदी बढ़ोतरी देखने को मिली है, जो 2.39 करोड़ यूनिट तक पहुंच गया है। 2024 की पहली छमाही में यह आंकड़ा 1.56 करोड़ यूनिट पर था। Canalys के आंकड़ों के अनुसार यह Apple का भारत से अब तक का सबसे तेज पहली छमाही का प्रोडक्शन है। रिपोर्ट के अनुसार iPhone 17 का भारत में ट्रायल प्रोडक्शन शुरू हो चुका है और Foxconn और Tata इसका निर्माण कर रहे हैं।
आंकड़ों के अनुसार 2025 की पहली छमाही में सबसे अधिक iPhones एक्सपोर्ट अमेरिका के लिए किया गया है, जो एक्सपोर्ट का 78 फीसदी हिस्सा था। एक साल पहले यह 53 फीसदी पर था। इसके विपरीत नीदरलैंड, यूएई, चेक गणराज्य, यूके और जापान जैसे अन्य प्रमुख बाजारों की हिस्सेदारी में गिरावट आई और इनका योगदान इस साल 2 से 4 फीसदी के बीच रहा।
रिपोर्ट के अनुसार Canalys Omdia के प्रिंसिपल एनालिस्ट संयम चौरसिया ने कहा, “Foxconn ने कुल एक्सपोर्ट का आधे से अधिक हिस्सा संभाला, जबकि Tata Group अब भारत से एक्सपोर्ट होने वाले लगभग 4 में से 1 iPhone बनाता है। भारत में अब iPhone 17 का प्रोडक्शन टेस्टिंग प्रारंभिक चरण में है। मनीकंट्रोल के अनुसार Foxconn ने भारत में iPhone 17 सीरीज़ का ट्रायल प्रोडक्शन शुरू कर दिया है। Tata Electronics भी इसमें शामिल है, और आने वाले मॉडल्स के लिए केसिंग जैसे कंपोनेंट्स का निर्माण कर रहा है।
चौरसिया ने आगे बताया कि जून की कस्टम्स डाटा से पता चलता है कि Foxconn की भारत स्थित फैक्ट्री में iPhone 17 के महत्वपूर्ण कंपोनेंट एक्सपोर्ट में तेजी आई है, जो यह संकेत देता है कि ट्रायल प्रोडक्शन तेज गति से आगे बढ़ रहा है और Apple के पारंपरिक सितंबर लॉन्च से पहले ही इसकी तैयारी हो रही है। उन्होंने कहा “हालांकि आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन इंपोर्ट की मात्रा और प्रकार को देखकर यह लगभग तय है कि ट्रायल प्रोडक्शन या शुरुआती असेंबली का काम शुरू हो गया है। यह भारत से अब तक का सबसे शुरुआती फ्लैगशिप उत्पादन बन सकता है।”
तेजी से हो रहा यह प्रोडक्शन Apple के भारत पर बढ़ते भरोसे को दर्शाता है। हालांकि चीनी इंजीनियरों की वापसी से Foxconn पर दबाव बढ़ा है लेकिन Apple का भारत में भरोसा बरकरार है। कंपनी ताइवानी, वियतनामी और भारतीय लोगों के ज़रिए प्रोडक्शन को स्थानीय बनाने की दिशा में प्रयासरत है।