गोहाना (नेहा): तहसील कार्यालय में रजिस्ट्री की एवज में रिश्वत लेने के मामले में तार कई जगह जुड़ते जा रहे हैं। एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) करनाल की टीम द्वारा अर्जीनवीस राजीव कुमार उर्फ यश मल्होत्रा द्वारा प्लॉट की रजिस्ट्री कराने पर एक लाख रुपये की रिश्वत लेने पर गिरफ्तार किया था। अब इसी मामले में तहसील कार्यालय के सेवादार आशीष को गिरफ्तार किया है। वह रोहतक का रहने वाला है। अर्जीनवीस नायब तहसीलदार व सेवादार से सेटिंग करके रिश्वत लेता था। सेवादार के माध्यम से नायब तहसीलदार तक रिश्वत की रकम पहुंचाई जाती थी। गंगाना गांव के सतीश ने गांव खंदराई के निकट प्लॉट खरीदा था।
प्लॉट की रजिस्ट्री करवाने के लिए उससे एक लाख रुपये की रिश्वत मांगी गई। उसकी शिकायत पर एसीबी करनाल की टीम ने कार्रवाई करते हुए तीन अप्रैल को गोहाना तहसील से अर्जीनवीस यश मल्होत्रा को एक लाख रुपये लेते हुए गिरफ्तार किया था। आरोप है कि वह नायब तहसीलदार अभिमन्यु के कहने पर रिश्वत की मांग कर रहा था। अर्जीनवीस की गिरफ्तारी के बाद नायब तहसीलदार फरार है। एसीबी की टीम उसकी गाड़ी, दो मोबाइल व उसके घर से लगभग 2.80 लाख रुपये बरामद कर चुकी है। पूछताछ में आरोपित यश मल्होत्रा ने बताया कि उसके द्वारा नायब तहसीलदार अभिमन्यु व तहसील कार्यालय में कार्यरत सेवादार आशीष के साथ सांठगांठ करके रजिस्ट्री कराने की एवज में रिश्वत ली जाती थी।
रिश्वत 150 से 250 रुपये प्रति वर्ग गज के हिसाब से ली जाती थी। वह और सेवादार आशीष 20 रुपये प्रति वर्ग गज के हिसाब से राशि अपने पास रखते थे। उसके बाद बाकी की रकम को सेवादार द्वारा नायब तहसीलदार तक पहुंचाता था। इसी के आधार पर सेवादार आशीष को गिरफ्तार किया गया है। उससे मोबाइल बरामद किया गया और न्यायालय के आदेश पर एक दिन के रिमांड पर लिया गया। अर्जीनवीस को रिमांड अवधि परी होने पर न्यायिक हिरासत में भेजा गया। एसीबी के डीएसपी सोमबीर देशवाल का कहना है कि जो भी मामले में संलिप्त मिलेगा उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। आरोपित नायब तहसीलदार की तलाश की जा रही है।