नई दिल्ली (राघव): जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए भीषण आतंकी हमले के बाद केंद्र की मोदी सरकार पूरी तरह एक्शन मोड में नजर आ रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले वायुसेना प्रमुख से मुलाकात की और अब उन्होंने रक्षा सचिव से भी उच्च स्तरीय बैठक कर स्थिति की समीक्षा की है। प्रधानमंत्री मोदी की इन बैठकों को लेकर संकेत मिल रहे हैं कि भारत ठोस जवाब की दिशा में बढ़ रहा है। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए भीषण आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई। इस हमले ने देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हमले के बाद दुनियाभर के देशों ने आतंकवाद के खिलाफ भारत का समर्थन किया है। इसमें इजरायल, अमेरिका और रूस भी शामिल हैं। पहलगाम आतंकी हमले में पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद की करतूत सामने आई थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय वायुसेना प्रमुख सहित तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की थी। यह बैठक 29 अप्रैल 2025 को हुई, जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान भी उपस्थित थे। बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने सशस्त्र बलों को “पूरी छूट” दी है, ताकि वे हमले के जवाब में उपयुक्त समय, स्थान और तरीके का चयन कर सकें।