नई दिल्ली (नेहा): ईरान और इजरायल के बीच हाल ही में हुए 12 दिन के युद्ध के बाद ईरान के राष्ट्रपति मसोउद पेज़ेश्कियन ने एक बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा है कि इजरायल ने उन्हें मारने की कोशिश की थी, लेकिन वह असफल रहा। इस बयान ने एक बार फिर पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव को उजागर कर दिया है। ईरानी राष्ट्रपति मसोउद पेज़ेश्कियन ने दावा किया कि इजरायल ने उनकी हत्या की कोशिश की थी। उन्होंने बताया कि वह एक मीटिंग में थे, तभी उस इलाके में बमबारी की गई। यह हमला हाल ही में ईरान-इजरायल युद्ध के दौरान हुआ था।
राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि इस हमले में अमेरिका की कोई भूमिका नहीं थी। उन्होंने सीधे तौर पर इजरायल को इसके लिए ज़िम्मेदार ठहराया। 13 जून को इजरायल ने ईरान के खिलाफ अभूतपूर्व हमला शुरू किया था, जिसमें कई शीर्ष सैन्य अधिकारी और परमाणु वैज्ञानिक मारे गए। यह हमला उस समय हुआ जब अमेरिका और ईरान के बीच परमाणु समझौते पर बातचीत शुरू होने वाली थी। इस युद्ध में ईरान के अनुसार 900 से अधिक लोग मारे गए, जबकि इजरायल ने बताया कि 28 लोग उसकी ओर से मारे गए। 24 जून को युद्धविराम लागू किया गया।
पेज़ेश्कियन ने कहा कि ईरान फिर से अमेरिका के साथ परमाणु बातचीत शुरू करना चाहता है, लेकिन उसके लिए भरोसे की बहाली जरूरी है। उन्होंने पूछा कि जब बातचीत शुरू हो, तो यह कैसे तय हो कि इजरायल को फिर से हमला करने की इजाजत नहीं दी जाएगी? उन्होंने कहा कि यदि अमेरिका ईरान पर से प्रतिबंध हटाता है, तो अमेरिकी निवेशकों का स्वागत किया जाएगा। उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप से अपील की कि वह क्षेत्र को युद्ध की ओर नहीं, बल्कि शांति की ओर ले जाएं।