नई दिल्ली (राघव): मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में शानदार वित्तीय परिणाम दर्ज किए हैं। ये कंपनी के मजबूत प्रदर्शन को दिखाते हैं। कंपनी का समेकित शुद्ध लाभ सालाना आधार पर 78% बढ़कर 26,994 करोड़ रुपये हो गया है, जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह 15,138 करोड़ रुपये था। यह प्रभावशाली ग्रोथ विश्लेषकों के अनुमानों को भी पार कर गई है। उन्होंने लगभग 22,069 करोड़ रुपये के मुनाफे का अनुमान लगाया था।
कंपनी के परिचालन से राजस्व भी मजबूत रहा, जो 5.3% बढ़कर 2,48,660 करोड़ रुपये हो गया। यह पिछले वर्ष की समान अवधि में 2,36,217 करोड़ रुपये था। रेवेन्यू ग्रोथ दर्शाती है कि रिलायंस के विविध व्यवसाय, जिसमें तेल-से-रसायन (O2C), खुदरा (Reliance Retail) और दूरसंचार (Jio) शामिल हैं, लगातार विस्तार कर रहे हैं। साथ ही बाजार में अपनी पकड़ मजबूत बना रहे हैं। मुनाफे और राजस्व दोनों में यह बढ़ोतरी कंपनी की रणनीतिक पहलों और विभिन्न क्षेत्रों में बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने में सफलता का प्रमाण है।
इसके साथ ही, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने 58,024 करोड़ रुपये का EBITDA दर्ज किया, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 42,748 करोड़ रुपये की तुलना में 36% की शानदार ग्रोथ दर्शाता है। 30 जून, 2025 को समाप्त तिमाही के लिए कंपनी का EBITDA मार्जिन 21.2% तक पहुंच गया, जो पिछले साल 16.6% से 4.6% का महत्वपूर्ण सुधार है। ये आंकड़े कंपनी के विभिन्न व्यावसायिक क्षेत्रों में परिचालन दक्षता और मजबूत प्रॉफिटेबिलिटी का प्रमाण हैं। इन परिणामों से पहले, रिलायंस के शेयर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर 0.027% की मामूली गिरावट के साथ 1,476 रुपये पर बंद हुए। हालांकि, रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों ने इस साल मजबूत रैली दिखाई है। दो साल के अंतराल के बाद भारतीय बाजार के बेंचमार्क से बेहतर रिटर्न दिया है। इस उछाल ने रिलायंस के बाजार मूल्य में 40 अरब डॉलर का प्रभावशाली योगदान दिया है।
सूत्रों के अनुसार, रिलायंस शेयरों का वर्तमान प्रदर्शन निफ्टी50 इंडेक्स पर अभूतपूर्व दबदबे को दिखाता है, जो पांच साल की अवधि में सबसे बड़ा अंतर दर्ज कर रहा है। बाजार पूंजीकरण के हिसाब से भारत की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस ने जनवरी से अब तक 22% मूल्य वृद्धि दर्ज की है, जबकि NSE निफ्टी 50 इंडेक्स ने करीब 6% की मामूली वृद्धि दिखाई है। एशिया के सबसे धनी व्यक्ति मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली कंपनी ने 2025 में 40 अरब डॉलर का बाजार मूल्य अर्जित किया है, जो बेंचमार्क इंडेक्स में कुल मूल्य वृद्धि का लगभग एक तिहाई है।
रिलायंस के ये Q1 नतीजे निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत हैं और बाजार में कंपनी के प्रति विश्वास को और मजबूत करेंगे। विश्लेषकों की उम्मीदों से बेहतर प्रदर्शन और मुनाफे में इतनी बड़ी छलांग यह दर्शाती है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज चुनौतीपूर्ण आर्थिक माहौल के बावजूद अपनी विकास गति को बनाए रखने में सक्षम है। यह मजबूत वित्तीय प्रदर्शन न केवल कंपनी के शेयरधारकों के लिए अच्छा है, बल्कि भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए भी एक सकारात्मक संकेतक है।