शिलांग (राघव): मेघालय देश के उन राज्यों में से है जहां HIV/AIDS के मामले चिंताजनक स्तर पर पहुंच चुके हैं। नेशनल डेटा के अनुसार मेघालय HIV/AIDS मामलों के मामले में देश में छठे नंबर पर है। खासकर नॉर्थ ईस्ट रीजन में इस बीमारी का प्रभाव अधिक देखा गया है। अकेले ‘ईस्ट खासी हिल्स’ जिले में 3,432 HIV केस पाए गए हैं, जिनमें से केवल 1,581 मरीज इलाज ले रहे हैं। यह संख्या इस बीमारी की गंभीरता को दर्शाती है।
मेघालय सरकार ने HIV के मामलों को कम करने के लिए एक बड़ा फैसला लेने की तैयारी शुरू कर दी है। हेल्थ मिनिस्टर एंपरीन लिंगदोह ने बताया कि राज्य सरकार शादी से पहले HIV टेस्ट अनिवार्य बनाने के लिए नया कानून बनाने पर विचार कर रही है। उनका कहना है कि इस कदम से न केवल शादी से पहले पार्टनर्स की सेहत सुनिश्चित होगी, बल्कि HIV संक्रमण को भी रोकने में मदद मिलेगी। हेल्थ मिनिस्टर ने कहा कि HIV को लेकर अब जागरूकता तो बढ़ी है, लेकिन सही समय पर टेस्ट और स्क्रीनिंग की कमी बनी हुई है। इससे इलाज छूटने की वजह से अब तक 159 लोगों की मौत हो चुकी है। उनका यह भी मानना है कि HIV/एड्स से जूझ रहे हर व्यक्ति को उचित इलाज मिलना चाहिए ताकि बीमारी को नियंत्रित किया जा सके।
मेघालय के जयंतिया हिल्स जिले के दोनों हिस्से, ईस्ट और वेस्ट, HIV मामलों के लिहाज से सबसे ज्यादा चिंताजनक स्थिति में हैं। यहां स्थिति को सुधारने के लिए स्थानीय अधिकारियों और मेडिकल एक्सपर्ट्स के साथ रणनीतियां बनाई जा रही हैं। सरकार ने इस दिशा में सामाजिक और स्वास्थ्य दोनों स्तर पर ठोस कदम उठाने की तैयारी की है।
स्वास्थ्य मंत्री ने गोवा का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां शादी से पहले HIV टेस्ट अनिवार्य किया गया है, इसलिए मेघालय को भी इसी तरह का कानून बनाने का अधिकार है। यह सिर्फ एक व्यक्ति के लिए नहीं बल्कि पूरे समाज के लिए फायदेमंद होगा। मेघालय सरकार ने इस दिशा में सख्त निर्णय लेने के लिए अपनी मानसिक तैयारी भी पूरी कर ली है।
इस मुद्दे पर डिप्टी चीफ मिनिस्टर प्रेस्टन टिनसॉन्ग की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक भी हुई जिसमें सोशल वेलफेयर मिनिस्टर पॉल लिंगदोह, ईस्ट खासी हिल्स के आठ विधायक, हेल्थ विभाग के अधिकारी और अन्य जिम्मेदार लोग शामिल थे। इस बैठक में HIV पर प्रभावी पॉलिसी बनाने की दिशा में चर्चा हुई और कैबिनेट नोट तैयार करने के निर्देश दिए गए। सरकार ने गारो हिल्स और जयंतिया हिल्स के बाकी इलाकों में भी इसी तरह की बैठकें करने का फैसला लिया है। इन बैठकों में स्थानीय अधिकारियों, डॉक्टरों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों से सलाह ली जाएगी ताकि हर जिले के अनुसार एक अनुकूल रणनीति बनाई जा सके।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य में HIV का सबसे बड़ा कारण अनियमित और असुरक्षित सेक्सुअल इंटरैक्शन है। हालांकि ड्रग्स के माध्यम से संक्रमण की दर अभी कम है क्योंकि इस तरह के यूजर्स की पहचान करना चुनौतीपूर्ण है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि HIV अब एक जानलेवा बीमारी नहीं है, यदि समय पर इलाज शुरू हो जाए तो इसे कैंसर या टीबी की तरह ठीक किया जा सकता है। HIV के टेस्टिंग और ट्रीटमेंट सिस्टम को मजबूत करने की जरूरत है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग टेस्ट कराएं और समय पर इलाज शुरू कर सकें। सरकार इस दिशा में ठोस कदम उठाने की योजना बना रही है ताकि राज्य में HIV मामलों को कम किया जा सके और लोगों को सुरक्षित रखा जा सके।