साहिबगंज (राघव): साहिबगंज जिले के बरहरवा प्रखंड स्थित कमालपुर गांव में शुक्रवार को सब्जी की खेती के दौरान एक प्राचीन मूर्ति मिलने से इलाके में हड़कंप मच गया। यह मूर्ति खेत की मिट्टी में दबा हुआ था, जिसे ग्रामीण अब दैवी चमत्कार मान रहे हैं। जैसे ही यह खबर आसपास के गांवों में फैली, श्रद्धालुओं की भारी भीड़ दर्शन के लिए मौके पर उमड़ पड़ी. घटना राधानगर थाना क्षेत्र के बबलू कर्मकार की जमीन पर घटी। शुक्रवार को खेत में मजदूर मेड बना रहे थे, तभी उनकी कुदाल एक ठोस पत्थर से टकरा गई। जब उस पत्थर को हटाने की कोशिश की गई, तो वहां से पानी रिसने लगा। यह देख मजदूर और स्थानीय लोग हैरान रह गए।
इसके बाद ग्रामीणों की मदद से पत्थर को पूरी तरह बाहर निकाला गया और साफ करने पर वह एक प्राचीन देवी की मूर्ति निकली। मूर्ति की आकृति देखकर ग्रामीण भाव-विभोर हो उठे और तुरंत पूजा-अर्चना शुरू कर दी। कुछ ही घंटों में यह खबर आग की तरह पूरे इलाके में फैल गई। देखते ही देखते आस-पास के गांवों से लोग पहुंचने लगे और खेत मंदिर जैसा स्थल बन गया। श्रद्धालु इसे चमत्कार मानते हुए फूल, प्रसाद और जल चढ़ाने लगे।
मामले की जानकारी मिलते ही राजमहल डिग्री कॉलेज के प्राचार्य और भूवैज्ञानिक डॉ.रंजीत कुमार सिंह मौके पर पहुंचे और मूर्ति का निरीक्षण किया। डॉ. सिंह ने बताया कि यह मूर्ति लगभग 1200 से 1300 साल पुरानी हो सकती है। उनके अनुसार यह मूर्ति आठवीं शताब्दी की तांत्रिक बौद्ध कला का एक महत्वपूर्ण उदाहरण मानी जा सकती है। इस अचानक हुई ऐतिहासिक खोज ने पूरे जिले को उत्सुकता और श्रद्धा के माहौल में डुबो दिया है। प्रशासन द्वारा भी स्थल पर निगरानी रखी जा रही है, ताकि मूर्ति को नुकसान न पहुंचे।