भोपाल (राघव): मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने प्रदेश के 4 बड़े मामलों में संज्ञान लिया है। आयोग के कार्यवाहक अध्यक्ष राजीव कुमार टंडन ने प्रथम द्दष्टया मानव अधिकार उल्लंघन से जुड़े चार मामलों में संज्ञान लेते हुए संबंधित अधिकारियों से जवाब मांगा है।
ये हैं 4 मामले:
पहला मामला शहडोल जिले के ब्यौहारी थाना क्षेत्र के मऊगांव का है, जहां फूड प्वाइजनिंग के चलते दो बच्चियों की इलाज के दौरान मृत्यु हो गई। आयोग ने कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक, शहडोल से जांच कराकर एक माह में प्रतिवेदन मांगा है।
दूसरा मामला राजगढ़ जिले के ग्राम ब्राह्मण की एक वृद्ध महिला का है, जिसकी विधवा पेंशन अचानक बंद कर दी गई। आयोग ने कलेक्टर, राजगढ़ से जांच कराकर पेंशन बंद होने के कारण और की गई कार्यवाही की रिपोर्ट एक माह में देने के निर्देश दिए हैं।
तीसरा मामला दतिया जिले के पोषण पुनर्वास केंद्रों (एनआरसी) से जुड़ा है, जहां 19 कुपोषित और अतिकुपोषित बच्चों को भर्ती कराया गया है। आयोग ने कलेक्टर एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, दतिया से जांच प्रतिवेदन मांगा है।
चौथा मामला उमरिया जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व अंतर्गत बमेरा गांव का है, जहां एक जंगली हाथी ने कई घरों में तोड़फोड़ कर नुकसान पहुंचाया और ग्रामीणों में दहशत फैलाई। आयोग ने जिला वन अधिकारी, उमरिया से नुकसान का ब्योरा और दी गई आर्थिक सहायता की जानकारी एक माह में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।