नई दिल्ली (नेहा): महंगाई के मोर्चे पर एक अच्छी खबर आई है. पिछले महीने यानी जुलाई महीने में थोक महंगाई घटकर माइनस 0.58% पर आ गई है। ये इसका 2 साल का निचला स्तर है. सरकार ने बताया है कि मुद्रास्फीति की नकारात्मक दर खाद्य पदार्थों, खनिज तेलों, कच्चे पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, मूल धातुओं के विनिर्माण आदि की कीमतों में कमी के कारण है। रिटेल महंगाई में भी जुलाई में जोरदार गिरावट आई और ये 8 साल के निचले स्तर पर आ गई।
थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीओई) आधारित मुद्रास्फीति जून में शून्य से नीचे 0.13 प्रतिशत और जुलाई 2024 में यह 2.10 प्रतिशत रही थी। उद्योग मंत्रालय ने बयान में कहा, ‘‘ मुख्य रूप से खाद्य पदार्थों, खनिज तेलों, कच्चे पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस, मूल धातुओं के विनिर्माण आदि की कीमतों में कमी के कारण थोक मुद्रास्फीति जुलाई 2025 में शून्य से नीचे रही।’’