नई दिल्ली (नेहा): नाइजीरिया एयरफोर्स ने कैमरून सीमा के पास एक बड़े ऑपरेशन को अंजाम दिया। नाइजीरिया की सेना ने कहा कि उसने शनिवार तड़के देश के उत्तर-पूर्व में आतंकवादियों पर सटीक हवाई हमले किए, जिसमें कम से कम 35 संदिग्ध जिहादी मारे गए। यह कार्रवाई तब की गई, जब आतंकी नाइजीरिया आर्मी पर हमला करने के लिए एकत्र हुए थे। नाइजीरिया वायुसेना के बयान के अनुसार, “कई स्रोतों से प्राप्त खुफिया जानकारी के आधार पर, वायुसेना ने लगातार सटीक हमले किए। चार अलग-अलग ठिकानों पर आतंकियों को निशाना बनाया गया और 35 से अधिक आतंकियों को मार गिराया गया। बता दें कि यह पश्चिम अफ्रीकी देश उग्रवाद और फिर से उभर रहे बोको हराम से जूझ रहा है।
नाइजीरियाई वायु सेना के प्रवक्ता एहिमेन एजोदामे के अनुसार, कैमरून की सीमा के पास बोर्नो राज्य के कुमशे इलाके में चार ठिकानों पर हमले किए गए। नाइजीरिया में जिहादियों का एक घरेलू समूह, बोको हराम, दुनिया के सबसे खतरनाक सशस्त्र समूहों में से एक माना जाता है। इसने 2009 में पश्चिमी शिक्षा का विरोध करने और देश के उत्तर-पूर्व में इस्लामी कानून के अपने कट्टरपंथी संस्करण को लागू करने के लिए हथियार उठाए थे।
उत्तरी-पूर्वी नाइजीरिया, जो कैमरून, चाड और नाइजर की सीमाओं से जुड़ा है, लंबे समय से चरमपंथी हमलों का सामना कर रहा है। इस्लामिक स्टेट वेस्ट अफ्रीका प्रोविंस या ISWAP नामक समूह, सेना को निशाना बनाने के लिए जाना जाता है और इसने अफ्रीका के सबसे अधिक आबादी वाले देश, उत्तर-पूर्वी नाइजीरिया में अपने ठिकानों पर कब्जा कर लिया है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, यह संघर्ष नाइजर सहित नाइजीरिया के उत्तरी पड़ोसी देशों तक फैल गया है और इसके परिणामस्वरूप लगभग 35,000 नागरिक मारे गए हैं और 20 लाख से ज्यादा लोग विस्थापित हुए हैं।
एजोदामेएजोदामे ने आगे बताया गया कि इलाके में मौजूद ग्राउंड टूप्स ने बाद में पुष्टि की कि उनके लोकेशन के आसपास की स्थिति अब स्थिर हो गई है। हालांकि इस दावे की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं की जा सकी है। राष्ट्रपति बोला टीनुबू की सरकार द्वारा जिहादी हमलों पर अंकुश लगाने के प्रयास लगातार जारी हैं। पिछले हफ्ते नाइजीरियाई सेना ने बताया कि इस साल अब तक 592 हथियारबंद आतंकियों को मार गिराया गया है, जो 2024 की तुलना में अधिक है और इस साल की बढ़ती कार्रवाइयों को दर्शाता है। उत्तर-पूर्व में उग्रवाद के अलावा, नाइजीरिया उत्तर-मध्य और उत्तर-पश्चिम क्षेत्रों में सशस्त्र गिरोहों की गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए भी संघर्ष कर रहा है।