नई दिल्ली (नेहा): हरतालिका तीज का व्रत हर साल भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि के दिन मनाया जाता है। इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र, अच्छी सेहत और घर की सुख-शांति के लिए निर्जला उपवास रखती हैं। यह व्रत यूपी-बिहार और मध्यप्रदेश में खासतौर पर किया जाता है। मान्यता है कि हरतालिका तीज में भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा होती है। इस व्रत को रखने से जीवन में सुख-शांति आती है। शादीशुदा महिलाओं को इस व्रत से अखंड सौभाग्यवती होने का आशीर्वाद मिलता है. कुंवारी कन्याएं मनचाहा वर पाने के लिए इस व्रत को रखती हैं।
इस साल हरतालिका तीज पर इस बार रवि योग, साध्य योग व शुभ योग का संयोग दिन महत्व बढ़ा रहे हैं। ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04 बजकर 27 मिनट पर आरंभ हो रहा है। वहीं पूजन का शुभ मुहुर्त सुबह 05:56 बजे से सुबह 08:31 मिनट रहेगा। इसके बाद अभिजित मुहुर्त सुबह 11:57 बजे से लगेगा और दोपहर 12:48 बजे तक चलेगा विजय मुहुर्त दोपहर 2:31 से दोपहर 3:23 बजे तक रहेगा। गोधुलि मुहुर्त शाम के 06:49 बजे से शुरू होगा और शाम को 07:11 बजे तक रहेगा।