By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
NrirashtriyaNrirashtriyaNrirashtriya
  • होम
  • टॉप न्यूज़
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • एन आर आई विशेष
  • वीडियो
  • इ पेपर
  • फोटो पेपर
  • अधिक
    • राज्य
Reading: राजस्थान में बना देश का तीसरा अक्षरधाम मंदिर
Share
Font ResizerAa
NrirashtriyaNrirashtriya
Font ResizerAa
Search
Follow US
  • Advertise
© 2024 NRIRashtriya. All Rights Reserved.
Nrirashtriya > Blog > national news > राजस्थान में बना देश का तीसरा अक्षरधाम मंदिर
national news

राजस्थान में बना देश का तीसरा अक्षरधाम मंदिर

Nri Rashtriya
Last updated: September 26, 2025 6:23 am
Nri Rashtriya
Share
3 Min Read
SHARE

नई दिल्ली (नेहा): राजस्थान के जोधपुर शहर में आज, 25 सितंबर को स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर का लोकार्पण हो रहा है। मंदिर का प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव 10 दिन से चल रहा है जो आज समाप्त हो जाएगा। मंदिर में आज सुबह 7 बजे से प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान हो रहा है। मंदिर का लोकार्पण शाम 5 बजे होगा जिसमें कई गणमान्य अतिथि हिस्सा लेंगे। आइए जानते हैं जोधपुर के स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर के बारे में 10 मुख्य बातें।

1. जोधपुर का स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर देश का तीसरा ऐसा मंदिर है। भारत में गांधीनगर और दिल्ली में अक्षरधाम मंदिर हैं।

2. यह दुनिया का पांचवां अक्षरधाम मंदिर है। भारत के गांधीनगर और दिल्ली के मंदिरों के अलावा विदेश में ऐसे दो अक्षरधाम मंदिर हैं। एक स्वामीनारायण ब्रिटेन की राजधानी लंदन में है। विदेश में दूसरा मंदिर खाड़ी के देश अबू धाबी में है।

3. जोधपुर का अक्षरधाम मंदिर शहर के सूरसागर स्थित कालीबेरी क्षेत्र में बना है।

4. मंदिर के निर्माण में 7 साल लगे. मंदिर को 500 शिल्पकारों ने तैयार किया है। ये शिल्पकार पिंडवाड़ा, सागवाड़ा, भरतपुर, जोधपुर, जयपुर तथा अन्य क्षेत्रों से हैं।

5. मंदिर 42 बीघा में फैला है। इसमें 10 बीघा ज़मीन बाग की है जिसमें 500 पेड़ और 5500 पौधे लगे हैं।

6. मंदिर पूरी तरह से जोधपुर के पत्थरों से बना है। इसमें 1,11,111 क्यूबिक फीट के बलुआ पत्थर और संगमरमर का इस्तेमाल हुआ है।

7. मंदिर में धातु, सीमेंट या गारे के बिना एक इंटरलॉकिंग पत्थर प्रणाली का उपयोग किया गया है।

8. मंदिर की जगती 11,551 वर्ग फीट और अभिषेक मंडल 11,551 वर्ग फीट है। इसमें 5 शिखर, एक विशाल गुंबद और 14 छोटे गुंबद हैं।

9. मुख्य मंदिर 191 फीट लंबा, 181 फीट चौड़ा और 111 फीट ऊँचा है. मंदिर की चारदीवारी 1100 फीट की है। इसमें प्राकृतिक रूप से वातानुकूलन के लिए पत्थर की जालीदार दीवारें बनी हैं।

10. मंदिर नागर शैली में बना है जो 10वीं और 13वीं शताब्दी के बीच राजस्थान और गुजरात की प्रचलित वास्तुकला है। यह शैली मारू-गुर्जर या सोलंकी शैली के रूप में विकसित हुई।

Related Posts:

  • 16.30
    रामलला प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ को ले कर…
Tweet
Share
Pin
Share
0 Shares

You Might Also Like

शारदीय नवरात्र का 5वां दिन: सर्वार्थ सिद्धि योग का बन रहा संयोग

वर्ल्ड कप से पहले वॉर्मअप मैच में इंग्लैंड से हारा भारत

कैब ड्राइवर को पड़ी भारी बदमाशी

कोलकाता में अमित शाह ने किया दुर्गा पूजा पंडाल का उद्घाटन

एयरफोर्स से विदा हुआ देश का जाबांज MIG 21

Sign Up For Daily Newsletter

Be keep up! Get the latest breaking news delivered straight to your inbox.
[mc4wp_form]
By signing up, you agree to our Terms of Use and acknowledge the data practices in our Privacy Policy. You may unsubscribe at any time.
Share This Article
Facebook Twitter Copy Link Print
Share
Previous Article आज भी लाल निशान पर ओपन हुआ मार्केट
Next Article गौतम गंभीर की रणनीति पर सवाल, जमकर हो रही आलोचना
Leave a comment Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Stay Connected

FacebookLike
InstagramFollow
YoutubeSubscribe
- Advertisement -

Latest News

शारदीय नवरात्र का 5वां दिन: सर्वार्थ सिद्धि योग का बन रहा संयोग
national news September 26, 2025
वर्ल्ड कप से पहले वॉर्मअप मैच में इंग्लैंड से हारा भारत
Cricket News International News national news September 26, 2025
कैब ड्राइवर को पड़ी भारी बदमाशी
national news September 26, 2025
कोलकाता में अमित शाह ने किया दुर्गा पूजा पंडाल का उद्घाटन
national news Politics September 26, 2025
//

We influence 20 million users and is the number one business and technology news network on the planet

Sign Up for Our Newsletter

Subscribe to our newsletter to get our newest articles instantly!

[mc4wp_form id=”847″]

NrirashtriyaNrirashtriya
Follow US
© 2024 NRIRashtriya. All Rights Reserved.
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?