नई दिल्ली (नेहा): ‘यात्रीगण कृपा ध्यान दें, चलती ट्रेन में चढ़ने की कोशिश न करें। संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस प्लेटफार्म नंबर 16 और शिवगंगा प्लेटफार्म नंबर 12 पर लग गई है। जनरल कोच के दो डिब्बे आगे की तरफ इंजन के बाद तथा दो डिब्बे पीछे की तरफ गार्ड के डिब्बे से पहले लगे हैं। जीआरपी-आरपीएफ के साथ रेलवे सहयोगी इस बात का ध्यान दें कि कोई भी यात्री चलती ट्रेन में चढ़ने की कोशिश न करें और धक्का मुक्की या भगदड़ जैसी स्थिति न बनने पाए।’ गुरुवार को छठ के लिए पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के लिए जाने वाले यात्रियों की भारी भीड़ के प्रबंधन के लिए रेल प्रशासन ‘राउंड-द-क्लॉक’ सक्रिय था और लगातार इस तरह की उद्घोषणा कर यात्रियों और सुरक्षाकर्मियों को सचेत कर रहा था।
छठ पूजा के अवसर पर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर गुरुवार को यात्रियों की भारी भीड़ देखने को मिली। इन्हें संभालने के लिए रेल प्रशासन ने पुख्ता बंदोबस्त किए थे। बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश की ओर जाने वाली ट्रेनों में जगह पाना लगभग असंभव हो गया था। रेलवे के अनुसार, सुबह से रात तक स्टेशन पर करीब सात लाख मोबाइल डिवाइस सक्रिय रहने का आंकड़ा मिला, यह सामान्य दिनों की तुलना में चार गुना अधिक है।
संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस, शिव गंगा, वैशाली, स्वतंत्रता सेनानी और मगध एक्सप्रेस जैसी प्रमुख ट्रेनों में यात्रियों की संख्या इतनी अधिक थी कि प्लेटफार्म नंबर 12 और 16 पर पैर रखने की जगह नहीं थी। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए रेलवे ने बैरिकेड लगाकर क्रमवार प्रवेश की व्यवस्था की। जनरल कोच की मांग को देखते हुए रेलवे ने इन ट्रेनों में दो-दो अतिरिक्त डिब्बे जोड़े, जो इंजन के ठीक बाद और गार्ड के डिब्बे से पहले लगाए गए। इस कदम से भीड़ के दबाव को कुछ हद तक कम करने में मदद मिली।


