वाशिंगटन (पायल): ट्रम्प प्रशासन ने ईरानी पेट्रोलियम और अन्य संबंधित उत्पादों की बिक्री में शामिल भारतीय संगठनों और व्यक्तियों पर प्रतिबंध लगा दिया है। ट्रम्प प्रशासन ने कहा कि इस व्यापार से प्राप्त धन का उपयोग तेहरान के क्षेत्रीय आतंकवादी समूहों का समर्थन करने और हथियार प्रणाली खरीदने के लिए किया जाता है, जो संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए सीधा खतरा है।
अमेरिकी राज्य और ट्रेजरी विभाग ने एक “शिपिंग नेटवर्क” पर भी प्रतिबंध लगाया है जो अवैध तेल बिक्री के माध्यम से ईरानी शासन की “घातक गतिविधियों” को वित्तीय सहायता प्रदान करता है। इतना ही नहीं, अमेरिका ने उन एयरलाइंस और उनसे जुड़ी कंपनियों पर भी प्रतिबंध लगा दिया है, जो ईरान समर्थित आतंकवादी संगठनों को हथियार और अन्य आपूर्ति भेजते हैं।
इस पाबंदी वाली सूची में जिन भारतीय नागरिकों और कंपनियों को शामिल किया गया है, उनमें जैर हुसैन इकबाल हुसैन सईयद, ज़ुल्फिकार हुसैन रिज़वी सैय्यद, महाराष्ट्र स्थित ‘आरएन शिप मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड’ और पुणे स्थित ‘टीआर6 पेट्रो इंडिया एलएलपी’ शामिल हैं।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह भारत, पनामा और सेशेल्स समेत कई देशों में स्थित कुल 17 संस्थाओं, व्यक्तियों और जहाजों का नामकरण कर रहा है, जो ईरान को पेट्रोलियम और पेट्रोलियम उत्पादों की बिक्री में शामिल हैं।


