चम्बा (नेहा): हिमाचल प्रदेश के चम्बा जिले की चुराह विधानसभा सीट से भाजपा विधायक हंसराज को कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। पॉक्सो एक्ट के तहत दर्ज मामले में जिला एवं सत्र न्यायालय चम्बा ने उन्हें आज रैगुलर जमानत दे दी है। अदालत ने इससे पहले हंसराज को अग्रिम जमानत देने का फैसला सुरक्षित रखते हुए 27 नवम्बर की तिथि निर्धारित की था। इसके बाद उन्होंने नियमित जमानत के लिए याचिका दी, जिस पर आज हुई सुनवाई के बाद कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका को स्वीकार कर लिया। कानूनी राहत मिलने के बाद जब विधायक हंसराज न्यायालय परिसर से बाहर निकले तो वह बेहद भावुक नजर आए।
बता दें कि यह विवाद पिछले एक साल से चल रहा है, जिसने हाल ही में फिर तूल पकड़ा। बीते वर्ष (9 अगस्त, 2024) युवती ने पुलिस में शिकायत दी थी कि विधायक हंसराज ने उससे अश्लील चैट की, आपत्तिजनक तस्वीरें मांगीं और धमकियां दीं। 16 अगस्त को महिला पुलिस थाना चम्बा में एफआईआर दर्ज हुई। हालांकि, उस समय कोर्ट में बयान देने के बाद युवती अपने आरोपों से पलट गई थी और इसे गलतफहमी व मानसिक तनाव बताया था। मामला शांत होने के बाद बीते महीने पीड़िता ने सोशल मीडिया पर रोते हुए वीडियो जारी किया और जान का खतरा बताया। इसके बाद विधायक हंसराज ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर कहा कि यह एक सोची-समझी साजिश है, जिसका मकसद सांप्रदायिक दंगे भड़काना है। हंसराज ने युवती की जीवनशैली पर भी सवाल उठाए और कहा कि वह युवती के खिलाफ मानहानि का दावा करेंगे।
युवती के पिता ने हाल ही में कांग्रेस नेता यशवंत खन्ना के साथ पत्रकार वार्ता कर सनसनीखेज दावे किए। उन्हाेंने आरोप लगाए कि पिछले साल जब उनकी बेटी ने शिकायत की थी तो विधायक के गुंडों ने उसे और उन्हें (पिता को) जबरन गाड़ी में बिठाकर शिमला किडनैप कर लिया था। बेटी का माेाबाइल ताेड़ दिया और उनका मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया गया और घर जलाने की धमकी देकर बयान बदलवाए गए। इसके बाद 7 नवम्बर को युवती ने विधायक पर शारीरिक शोषण के गंभीर आरोप लगाए, जिसके आधार पर पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया।
आज काेर्ट से जमानत मिलने से जहां हंसराज को निजी तौर पर राहत मिली है, वहीं इस मामले ने प्रदेश की राजनीति गरमा दी है। बीते दिन विधानसभा के विंटर सैशन के दौरान कांग्रेस ने इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाते हुए विधायक के इस्तीफे की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था। बता दें कि यौन उत्पीड़न के आरोपों के चलते भाजपा बैकफुट पर है। पिछले डेढ़ महीने में भाजपा अध्यक्ष राजीव बिंदल के भाई और शिमला के पूर्व सांसद के बेटे पर भी यौन उत्पीड़न के आरोप लग चुके हैं। हंसराज मामले में चंबा पुलिस भाजपा के एक अन्य विधायक से भी पूछताछ कर चुकी है। फिलहाल, कोर्ट से मिली जमानत के बाद हंसराज ने राहत की सांस ली है, लेकिन कांग्रसे के हमलों और गंभीर धाराओं के चलते उनकी राजनीतिक राह अभी भी आसान नहीं है।


