जेवर (नेहा): नोएडा एयरपोर्ट से जहाजों के उड़ान का बेसब्री से इंतजार कर रहे लोगों को जल्द प्रधानमंत्री उद्घाटन कर खुशखबरी देने वाले हैं। विश्वस्त सूत्रों की मानें तो खरमास शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री कार्यालय को सात, आठ और नौ दिसंबर की तिथि उद्धाटन के लिए भेजी गई थीं। अगर कोई विषेश परिस्थिति नहीं बनती तो, नौ दिसंबर की तिथि को फाइनल माना जा रहा है। प्रधानमंत्री की उद्धाटन जनसभा को भव्य बनाने के लिए मंच और जर्मन हैंगर लगाने के लिए रविवार से एयरपोर्ट पर समान पहुंचना शुरू हो गया है। कार्यक्रम कराने वाली एजेंसी को सात दिसंबर तक जनसभा स्थल पर भव्य मंच, हैंगर,लाइट और साउंड लगाकर तैयार करने को कहा गया है।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है बृहस्पतिवार को केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू और प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ एयरपोर्ट के निर्माण कार्य और जनसभा स्थल का दौरा भी कर चुके हैं। दिसंबर में ही एयरपोर्ट का उद्धाटन कराने की तैयारियां थी, लेकिन 14 दिसंबर से खरमास शुरू हो रहा है। खरमास के दौरान विवाह, गृह प्रवेश, शुभ और मांगलिक कार्य वर्जित माने जाते हैं। ॉ नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण कार्यों का निरीक्षण करते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ। जागरण आर्काइव
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी खरमास के दौरान किसी परियोजना का शुभारंभ नहीं करते। ऐसे में उद्धाटन 14 जनवरी मकर संक्रांति तक टालना पड़ सकता था। विश्वस्त सूत्रों की मानें तो प्रधानमंत्री कार्यालय से सात, आठ और नौ दिसंबर को उद्धाटन के लिए तीन तिथि मांगी गई थीं। जिसमें से नौ दिसंबर को फाइनल माना जा रहा है। कार्यक्रम को बेहद नजदीक मानते हुए एजेंसी को जनसभा स्थल पर सभी व्यवस्थाएं सात दिसंबर तक पूरी करने का समय दिया गया है। जिसके बाद एजेंसी ने रविवार को जर्मन हैंगर और मुख्य मंच बनाने का समान रविवार को एयरपोर्ट पर पहुंचा दिया।
भारतीय जनता पार्टी नोएडा एयरपोर्ट के उद्धाटन को विकास के माडल के रूप में पेश करने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। भाजपा इस उद्धाटन समारोह में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अलावा पड़ोसी राज्य दिल्ली हरियाणा और राजस्थान जहां तीनों जगह भाजपा की सरकार और तीनों राज्यों के लोगों को नोएडा एयरपोर्ट का लाभ भी मिलने वाला है सभी जगह से लोगों का कार्यक्रम का साक्षी बनाना चाहती है। इसी को देखते हुए जनसभा में डेढ़ से दो लाख लोगों की भीड़ आने की उम्मीद है उसी को ध्यान में रखते हुए कार्यक्रम की व्यवस्थाएं भी की जा रही हैं।
सूत्रों की मानें तो प्रधानमंत्री किसी भी परियोजना के शुभारंभ में ज्योतिष शास्त्र के नियमों का भी पालन करने का प्रयास करते हैं। इसी की वजह से 14 दिसंबर से पहले उद्धाटन कराया जा रहा है । ज्योतिष शास्त्र के जानकारों की मानें तो नौ दिसंबर को सुबह सवा सात बजे से दिनभर सर्वार्थ सिद्धि योग है। इसलिए नौ दिसंबर को उद्धटन की संभावनाएं और भी प्रबल हैं।


