नई दिल्ली (नेहा): टेस्ला की भारत में एंट्री के कुछ ही दिनों बाद वियतनाम की इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) बनाने वाली कंपनी VinFast ( विनफास्ट ) ने भी भारत में अपना पहला शोरूम खोल दिया है। यह शोरूम गुजरात के सूरत शहर के पिपलोद में है और 3,000 वर्ग फुट में फैला हुआ है। यह शोरूम ग्राहकों को गाड़ी देखने और खरीदने और बाद में सर्विस की सुविधा देगा। यहां VinFast की आने वाली प्रीमियम इलेक्ट्रिक SUV VF 6 और VF 7 मॉडल दिखाए जाएंगे। भारत पहला ऐसा मार्केट है जहां VinFast अपनी VF 6 और VF 7 का राइट-हैंड ड्राइव (Right-Hand Drive) वर्जन लॉन्च कर रही है। कंपनी का मकसद इस साल के अंत तक 27 से ज्यादा शहरों में 35 डीलरशिप खोलना है।
VinFast ने 15 जुलाई 2025 से अपनी प्रीमियम इलेक्ट्रिक SUV VF 6 और VF 7 की प्री-बुकिंग शुरू कर दी है। ग्राहक इन गाड़ियों को विनफास्ट के शोरूम या कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर बुक कर सकते हैं। बुकिंग के लिए ग्राहकों को ₹21,000 की रिफंडेबल (वापस मिलने वाला) अमाउंट देना होगा। इन गाड़ियों को विनफास्ट के तमिलनाडु के थूथुकुडी में बनने वाले नए प्लांट में असेंबल किया जाएगा।
VinFast एशिया के सीईओ फाम सन्ह चाउ ने कहा कि “सूरत में VinFast का पहला शोरूम भारत के प्रति हमारी गहरी प्रतिबद्धता का प्रतीक है। हम भारतीय ग्राहकों तक विनफास्ट का एक्सपीरियंस लाने के लिए उत्साहित हैं। गुजरात में इस डीलरशिप के साथ हमारा मकसद सिर्फ इलेक्ट्रिक वाहन ही नहीं, बल्कि क्वालिटी, भरोस और बेहतरीन सर्विस वाली खरीदने की पूरी प्रक्रिया देना है।”
VinFast ऐसे समय में भारतीय बाजार में आई है जब यहां पहले से ही कई भारतीय और विदेशी कंपनियां मौजूद हैं। फिर भी यह तेजी से बढ़ते सेक्टर में अभी भी काफी मौके हैं। रत का EV मार्केट तेज़ी से बढ़ रहा है। इलेक्ट्रिक पैसेंजर वाहनों की बिक्री 2020 में सिर्फ 5,000 यूनिट्स थी, जो 2024 में बढ़कर 1,13,000 से ज्यादा हो गई है। अभी भले ही ईवी कुल कार बिक्री का 3% से कम हैं, लेकिन केंद्र सरकार 2030 तक इस हिस्सेदारी को 30% तक बढ़ाना चाहती है।
VinFast, जो अभी एक छोटी और घाटे में चल रही EV कंपनी है, 2023 में नैस्डैक में लिस्ट होने के बाद दुनिया की तीसरी सबसे वैल्यूबल ऑटोमेकर बन गई थी, जो टेस्ला और टोयोटा के बाद थी। तब इसके शेयरों में करीब 700% की उछाल आई थी। अब कंपनी का प्लान जून के अंत तक भारत में एक कार असेंबली प्लांट खोलने का है।
VinFast की शुरुआत 2017 में हुई थी और इसने 2021 में इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाना शुरू किया। इसे वियतनाम के सबसे बड़े ग्रुप Vingroup (विंग्रुप) का समर्थन हासिल है। विनफास्ट ने पिछले साल जनवरी में तमिलनाडु के साथ देश में 2 अरब डॉलर तक का निवेश करने का समझौता किया था। प्लांट पर काम जल्द ही 500 मिलियन डॉलर के शुरुआती निवेश के साथ शुरू हो गया था।
शुरुआत में घाटे में चल रही इस कंपनी ने अपनी विदेशी बिक्री के लिए अमेरिका पर ध्यान केंद्रित करने की योजना बनाई थी। लेकिन अमेरिका में धीमी प्रगति के कारण कंपनी को अपनी रणनीति बदलनी पड़ी। भारत में विनफास्ट की एंट्री से टेस्ला के लिए कोई बड़ी चुनौती भले ही न हो, लेकिन यह दिखाता है कि EV मार्केट में और कंपनियां आ रही है, जिससे टेस्ला के लिए भारतीय बाजार में आगे बढ़ना मुश्किल हो सकता है।