वैंकूवर (पायल): आपको बता दें कि ओंटारियो विधानसभा के सदस्य अमनजोत सिंह संधू का मानना है कि भारत और कनाडा की राजनीति में बड़ा अंतर है। विधायकों के विकास कार्यों और सरकारी सुविधाओं के बारे में ‘पंजाबी ट्रिब्यून’ से बात करते हुए संधू ने कहा कि कनाडा में चुनाव के दौरान मतदाताओं को अपनी आस्था बतानी होती है और जीतने के बाद उस पर खरा उतरना होता है।
जिस दौरान संधू ने कहा कि वादाखिलाफी की कोई गुंजाइश नहीं है और अगर यह गलती किसी से होती है तो सबसे पहले उनकी पार्टी उन्हें उम्मीदवार नहीं बनाती, फिर भी अगर वह मैदान में उतरते हैं तो मतदाता उन्हें हराने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं। उन्होंने कहा कि यहां जायज काम करने से कोई बच नहीं पाता और नाजायज काम के लिए कोई नेता सिफ़ारिश नहीं करता, चाहे कोई उसका कितना भी करीबी क्यों न हो। उसने गर्व के साथ बताया कि यहाँ तो अवैध काम करने वाला क्लर्क भी प्रधानमंत्री को चुनौती देने की हिम्मत रखता है।
प्रदेश में सत्ताधारी प्रोग्रेसिव कंज़र्वेटिव पार्टी के विधायक संधू, जो रईए के नज़दीकी गाँव भलाईपुर से कनाडा आए, ने अपने वादों गिनाते हुए बताया कि पिछले दो सालों में उनका कोई भी चुनावी वादा ऐसा नहीं था जिसे पूरा किया जाना बाकी हो। उन्होंने कहा कि हर सरकार लोगों की सुविधाओं का ख्याल रखना अपनी जिम्मेदारी समझती है। सीनियर क्लब के सदस्यों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार बुजुर्गों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए अपने बजट में बुजुर्गों के लिए विशेष अनुदान की व्यवस्था करती है।


