नई दिल्ली (नेहा): पश्चिम बंगाल समेत देश के 12 राज्यों में जब से वोटर लिस्ट के एसआईआर करने की प्रक्रिया शुरू हुई है। इसके बाद से पश्चिम बंगाल से अवैध रूप से बॉर्डर पार कर बांग्लादेश जाने वाले लोगों की तादाद बढ़ गई है। सूत्रों का कहना है कि यह घुसपैठिए हो सकते हैं। जो की पश्चिम बंगाल में अवैध रूप से रह रहे हैं। दोनों देशों में अवैध रूप से सीमापार करके आने-जाने का यह सिलसिला पहले घुसपैठियों के अलावा अधिकतर तस्करों के बीच होता था। लेकिन अब जिस तरह से भारत से बांग्लादेश जाने वालों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। इसे घुसपैठियों का बांग्लादेश वापस लौटना माना जा रहा है।
सूत्रों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से पश्चिम बंगाल से लगते भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर हलचल तेज है। इसमें कुछ लोग पश्चिम बंगाल से बांग्लादेश जाने की कोशिश कर रहे हैं। जिसमें कुछ कामयाब भी हो रहे हैं। हालांकि, बॉर्डर पर चौकस बीएसएफ को देखकर ऐसे लोग जंगलों में भाग जाते हैं। लेकिन बीएसएफ की नजर में ऐसे कुछ मामले आ रहे हैं। जिनमें पश्चिम बंगाल में एसआईआर शुरू होने के बाद बांग्लादेश की तरफ जाने वालों की संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रही है।
बिहार के बाद चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल समेत देश के 12 राज्यों में एसआईआर शुरू करने की प्रक्रिया चार नवंबर से शुरू की थी। चार दिसंबर तक वोटरों को एनुमरेशन फार्म बांटे जाने और वापस लिए जाने हैं। आयोग का कहना है कि अभी तक पश्चिम बंगाल के कुल सात करोड़ 66 लाख से अधिक मतदाताओं में से सात करोड़ 63 लाख से अधिक वोटरों को एनुमरेशन फार्म बांटे जा चुके हैं। यह काम 99 फीसदी पूरा कर लिया गया है। अब भरे गए फार्म इकट्ठा करना शुरू किया जाएगा।
इसी क्रम में बीएलओ को कुछ घर और जगह ऐसी भी मिल रही हैं। जहां कुछ दिनों पहले लोग रहते हुए बताए गए। लेकिन एसआईआर प्रक्रिया शुरू होने के बाद वह अपने घर से अचानक रातो रात लापता हो गए। इनके बांग्लादेशी घुसपैठिया होने का शक है।


