ढाका (नेहा): मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार पर बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) ने हमला बोला। पार्टी ने कहा कि देश में न तो प्रभावी शासन और न ही कोई नियंत्रण। यही कारण है कि महत्वपूर्ण सुधारों के कोई संकेत नहीं दिख रहे, जिसके परिणामस्वरूप देश भर में जबरन वसूली के मामलों में चिंताजनक वृद्धि हुई है।बीएनपी महासचिव मिर्जा फखरुल इस्लाम आलमगीर ने यह बातें एक कार्यक्रम के दौरान कहीं। इस दौरान अंतरिम सरकार के वित्तीय सलाहकार सालेह उद्दीन अहमद भी मौजूद थे। बीएनपी नेता के हवाले से कहा कि एक व्यापारी जिसे पहले जबरन वसूली के तौर पर एक लाख टका देना पड़ता था, अब पांच लाख टका देना पड़ रहा है।
कहीं भी सुशासन या नियंत्रण नहीं है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा बांग्लादेश पर हाल ही में लगाए गए टैरिफ का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय नीति में बदलाव के गंभीर परिणाम हो सकते हैं। वहीं, बांग्लादेश की रिवोल्यूशनरी वर्कर्स पार्टी के महासचिव सैफुल हक ने मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाले प्रशासन की विफलताओं और बढ़ती जनता की निराशा के लिए आलोचना की। उन्होंने कहा कि अगर मौजूदा अराजकता और भीड़-आतंकवाद जारी रहा, तो देश जल्द ही एक बड़ी आपदा में फंस जाएगा।
बांग्लादेश की अवामी लीग पार्टी ने शनिवार को देश के पूर्व मुख्य न्यायाधीश एबीएम खैरुल हक की गिरफ्तारी की ¨नदा की। पार्टी ने इसे अंतरिम सरकार के तहत चल रहे दमन का हिस्सा बताया। पुलिस ने बिना कोई विशेष कारण बताए इसकी पुष्टि की कि खैरुल को गुरुवार सुबह उनके ढाका स्थित आवास से गिरफ्तार किया गया।