नई दिल्ली(लक्ष्मी): भारतीय राजनीति के इतिहास में विरले ही ऐसे व्यक्तित्व हुए हैं, जिन्होंने अपने दृढ़ संकल्प, अटूट इच्छाशक्ति, अनूठी कार्यशैली और अथक परिश्रम से पूरे देश की दिशा और दशा बदल दी। निस्संदेह, भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी इनमें सर्वोपरि हैं। प्रधानमंत्री के रूप में बीते 11 वर्षों से अधिक समय में उन्होंने हर भारतीय को परिवर्तन की इस महान यात्रा का सहभागी बनाया है। यह यात्रा एक सशक्त, समृद्ध, आत्मनिर्भर और विकसित भारत की नींव रखने वाली रही है।
गुजरात के मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री तक उनकी 24 वर्षों की सतत सेवा ने शासन की एक ऐसी कार्य संस्कृति विकसित की है, जिसमें सेवा और समय पर लक्ष्य प्राप्ति सर्वोपरि है। मोदी जी ने उन गुमनाम स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मान दिलाया, जिनका योगदान अक्सर इतिहास के पन्नों में दबकर रह गया था। महात्मा गांधी जी के स्वच्छता और स्वदेशी के विचारों को उन्होंने ‘स्वच्छ भारत’ और ‘वोकल फार लोकल’ के रूप में जन आंदोलन बना दिया।
डा. आंबेडकर के सामाजिक समरसता के विचार को ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ के मंत्र से साकार किया। पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के अंत्योदय के विचारों को उन्होंने गरीब कल्याण योजनाओं के माध्यम से व्यावहारिक रूप दिया, जिससे करोड़ों लोग गरीबी से बाहर निकले। डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सपने को अनुच्छेद 370 हटाकर साकार किया। मोदी जी के नेतृत्व में भारत ने ‘वूमन लेड डेवलपमेंट’ की अवधारणा को आगे बढ़ाया है।
आज हमारी माताएं और बहनें स्टार्टअप, सेना, विज्ञान और हर क्षेत्र में देश का नाम रोशन कर रही हैं। यह नया भारत नारी शक्ति के नेतृत्व में आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री जी कार्यकर्ताओं को संगठन का हृदय मानते हैं। संगठन मंत्री के दिनों से ही वे कार्यकर्ताओं के सुख-दुख में सहभागी रहे और आज भी अपनी व्यस्तताओं के बावजूद उनकी चिंता करते हैं।
प्रधानमंत्री जी के जन्मदिन को पूरे देश में ‘सेवा पखवाड़ा’ के रूप में मनाया जा रहा है। इस अवसर पर दिल्ली सरकार 75 नई सेवाएं और योजनाएं जनता को समर्पित कर रही है। यह प्रधानमंत्री जी की सेवा, समर्पण और लोककल्याण की भावना से प्रेरित है। आज जब भारत का हर नागरिक उनके नेतृत्व में आत्मविश्वास से भरा हुआ है, हम गर्व से कह सकते हैं कि नरेंद्र मोदी जी ने यह सिद्ध कर दिया है कि सत्ता केवल सेवा का माध्यम है।