नई दिल्ली (राघव): प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रविवार को बताया कि उसने एक्सिस म्यूचुअल फंड के शेयर सौदों में ‘फ्रंट-रनिंग’ कर निवेशकों को धोखा देने के आरोप में इसके पूर्व फंड प्रबंधन विरजेश जोशी को धन-शोधन रोधी कानून के तहत गिरफ्तार किया है। जांच एजेंसी ने बताया कि विशेष धन-शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) अदालत ने जोशी को आठ अगस्त तक ईडी की हिरासत में भेज दिया है। जोशी को शनिवार को गिरफ्तार किया गया था।
इससे पहले ईडी ने शुक्रवार को इस मामले में कई शहरों में तलाशी ली थी। ‘फ्रंट-रनिंग’ शेयर बाजार में एक अनैतिक और अवैध गतिविधि है, जिसमें ब्रोकर या कारोबारी बाजार में होने वाले किसी बड़े सौदे की अग्रिम जानकारी हासिल करके उसका इस्तेमाल अपने फायदे के लिए करते हैं। इससे दूसरे निवेशकों को नुकसान होता है।
ईडी इस मामले की जांच विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के नागरिक प्रावधानों के तहत कर रहा है। आयकर विभाग ने 2022 में इस मामले में छापे मारे थे। धन शोधन का यह मामला मुंबई पुलिस की दिसंबर 2024 की एक प्राथमिकी से जुड़ा है, जिसमें आरोप लगाया गया था कि जोशी ने एक्सिस म्यूचुअल फंड की ओर से किए जाने वाले सौदों की गोपनीय जानकारी का गलत इस्तेमाल किया, ताकि शेयरों में पहले से ही कारोबार करके भारी अवैध लाभ कमाया जा सके।