नई दिल्ली (नेहा): अंतरराष्ट्रीय मास्टर दिव्या देशमुख ने अपने से ऊंची रैंकिंग वाली ग्रैंडमास्टर और हमवतन कोनेरू हंपी को फिडे महिला विश्व कप फाइनल की दूसरी बाजी में रविवार को कोई मौका दिए बिना ड्रॉ खेलने पर मजबूर किया। दोनों खिलाड़ियों के बीच शनिवार को पहली बाजी भी ड्रा रही थी, इसलिए अब विजेता का निर्णय सोमवार को टाईब्रेकर में होगा, जहां कम अवधि की बाजियां खेली जाएंगी।
फाइनल के पहले गेम में शनिवार को अपनी शानदार शुरुआत का पूरा फायदा उठाने में विफल रही दिव्या ने दूसरी बाजी में काले मोहरों से खेलने के बावजूद बेहतर प्रदर्शन किया। वह इस दौरान अनुभवी हंपी की हर चाल का जवाब देने में सफल रही। हंपी ने अपने एक प्यादे को गंवाने के साथ दिव्या को उलझाकर मैच पर दबदबा बनाने की कोशिश की लेकिन इस दौरान वह अपने दोनों बिशप (ऊंट/वजीर) को गंवा बैठी।
इससे युवा भारतीय खिलाड़ी को एक प्यादे के फायदे के साथ वापसी करने का मौका मिल गया। दोनो खिलाडि़यों ने 34 चालों को बाद मैच को बराबरी पर खत्म करने का फैसला किया। इस बीच, तीसरे स्थान के लिए चीन की झोंगयी टैन और लेई टिंगजी के बीच प्लेऑफ मुकाबला भी ड्रॉ की ओर बढ़ता दिख रहा है।
. अब टाईब्रेक में 15-15 मिनट के दो गेम होंगे जिसमें हर चाल के बाद 10 सेकेंड का इजाफा होगा।
. स्कोर इसके बाद फिर भी बराबरी पर रहा तो दोनों खिलाड़ी 10-10 मिनट प्रति गेम के हिसाब से एक और सेट खेलेंगी, जिसमें 10 सेकेंड का इजाफा होगा।
. मैच का परिणाम अगर फिर भी नहीं निकला तो पांच-पांच मिनट के दो और गेम होंगे और इसमें हर चाल के बाद तीन सेकेंड की बढ़ोतरी होगी।
. इसके बाद एक गेम का मुकाबला होगा जिसमें दोनों खिलाडि़यों को तीन मिनट मिलेंगे और दो सेकेंड का इजाफा होगा। यह तब तक चलेगा जब तक कोई खिलाड़ी विजेता ना बना जाए।