नई दिल्ली(लक्ष्मी): पंजाब व हरियाणा के साथ ही दिल्ली में पनपे कई चर्चित गैंगस्टर के गुर्गे अब पश्चिमी यूपी में अपना नेटवर्क मजबूत करने में लगे हैं। बीते छह महीने के भीतर दिल्ली एनसीआर के साथ ही विशेषकर अमरोहा व बरेली जिलों में इनकी सक्रियता भी सामने आ चुकी है।रंगदारी के लिए धमकी भरी कॉल हो या फिर अभिनेत्री दिशा पाटनी के घर बरेली में फायरिंग का मामला, यह बानगी है कि वह पश्चिमी यूपी की पुलिस के लिए चुनौती बनते जा रहे हैं।
मई में अमरोहा निवासी सईदुल अमीन की गिरफ्तारी भी इसकी बानगी है। वह पंजाब के जालंधर में भाजपा नेता मनोरंजन कालिया के घर ग्रेनेड से हमला करने के आरोप में गिरफ्तार किया जा चुका है।
बुधवार रात गाजियाबाद के ट्रोनिका सिटी में एसटीएफ नोएडा ने मुठभेड़ में रोहतक के रविंद्र व सोनीपत के अरुण को मार गिराया है। दोनों ही गैंगस्टर गोल्डी बरार व रोहित गोदारा गैंग के सक्रिय सदस्य बताए जा रहे हैं। साथ ही आरोप है कि दोनों ने 12 सितंबर की सुबह को बरेली में अभिनेत्री दिशा पाटनी के घर फायरिंग की थी। खैर, यह मामला हाल में ही सामने आया था। लेकिन बीते छह महीना के मामलों को देखें तो कभी पंजाब, हरियाणा व दिल्ली में सक्रिय रहने वाले गैंगस्टर के यह गैंग अब पश्चिमी यूपी में भी अपने पैर पसार रहे हैं।
दरअसल अप्रैल 2025 में पंजाब के जालंधर में भाजपा नेता मनोरंजन कालिया के घर ग्रेनेड से हमला किया गया था। पहले इस मामले की जांच जालंधर पुलिस कर रही थी तथा बाद में एनआइए ने यह केस अपने हाथ में ले लिया था। चौंकाने वाला मामला यह सामने आया था कि जालंधर पुलिस ने इस मामले में अमरोहा के मुहल्ला कटरा बख्तावर निवासी युवक सईदुल अमीन को गिरफ्तार किया था। वह पंजाब के एक गैंगस्टर के गैंग के लिए काम कर रहा था।
सीसीटीवी फुटेज के मुताबिक, ग्रेनेड फेंकने वाला सईदुल अमीन ही था। उसके बाद अमरोहा के कई युवकों से इस मामले में पूछताछ की गई थी। चर्चा थी कि कई युवक सईदुल अमीन के माध्यम से गैंग के लिए काम कर रहे हैं। उसके बाद दूसरा बड़ा मामला अमरोहा के हाशमी ग्रुप को मिली धमकी से जु़ड़ा है। अगस्त में हाशमी ग्रुप के चेयरमैन डॉ. सिराजुद्दीन हाशमी के बेटे डॉ. बुरहान हाशमी को पुर्तगाल के नंबर से धमकी भरी काल आई थी। दो करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी गई थी।
कॉल करने वाले ने अपना नाम राहुल बताया था। उसने खुद को गैंगस्टर रोहित गोदारा का भाई बताते हुए लारेंस विश्नोई गैंग का सदस्य बताया था। इस मामले में मोबाइल नंबर के आधार पर अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इससे पहले मई 2025 में ही क्रिकेटर मोहम्मद शमी को भी धमकी भरा मेल आया था। उनसे भी दो करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी गई थी। हालांकि इन दोनों मामलों में अमरोहा पुलिस को कोई खास सफलता नहीं मिली है। लेकिन एक बात तो साफ है कि बीते छह महीने के भीतर पश्चिमी यूपी के इन जिलों में इन गैंग की सक्रियता बढ़ी है।
एटीएस से जुड़े सूत्र बताते हैं कि चर्चित गैंगस्टर के नेटवर्क की पश्चिमी यूपी में सक्रियता ठीक संकेत नही हैं। अब वह पंजाब, हरियाणा व दिल्ली छोड़ कर पश्चिमी यूपी में अपना ठिकाना बना रहे हैं। गाजियाबाद, मेरठ व अमरोहा निशाने पर हैं।