नई दिल्ली (नेहा): तेलंगाना की रहने वाली अफशा बेगम ने दावा किया है कि उनके पति रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच में फंस गए हैं। अफशा बेगम का दावा है कि उनके पति मोहम्मद अहमद इसी साल अप्रैल में तेलंगाना से रूस गए थे। उन्हें कंस्ट्रक्शन सेक्टर में नौकरी मिलने की उम्मीद थी।हालांकि, रूस पहुंचने के कुछ दिन बाद ही वह खुद को रूस-यूक्रेन के बीच जारी युद्ध में फंसा हुआ पाए। बताया जाता है कि उनके जॉब एजेंट ने उन्हें धोखा दिया और उन्हें फ्रंटलाइन पर लड़ने के लिए मजबूर किया।
हाल में ही अफशा बेगम ने विदेश मंत्रालय से 37 साल के अहमद को बचाने में मदद करने की अपील की है। अफशा बेगम ने दावा किया है कि उन्हें रूस में फंसाया गया है और उन्हें कॉम्बैट ट्रेनिंग के लिए मजबूर किया गया है। विदेश मंत्री एस जयशंकर को लिखे एक लेटर में अहमद की पत्नी ने कहा कि मुंबई की एक कंसल्टेंसी फर्म ने उनके पति को रूस में एक कंस्ट्रक्शन कंपी में नौकरी का ऑफर दिया था। उन्होंने कहा कि उनके एग्रीमेंट के अनुसार, अहमद अप्रैल 2025 में भारत छोड़कर रूस पहुंच गए थे।
पत्नि अफशा बेगम का दावा है कि उनके पति को करीब एक महीने तक बिना काम के बैठाया गया और बाद में, 30 अन्य लोगों के साथ, उन्हें एक दूर-दराज के इलाके में भेज दिया गया और जबरदस्ती हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी गई। अफशा का दावा है कि ट्रेनिंग के बाद 26 लोगों को यूक्रेनी आर्मी से लड़ने के लिए बॉर्डर एरिया में ले जाया गया। बॉर्डर एरिया में ले जाते समय, अहमद आर्मी की गाड़ी से कूद गया, जिससे उसके दाहिने पैर में फ्रैक्चर हो गया। उसने लड़ने से मना कर दिया। लेकिन उसे धमकी दी जा रही है कि या तो वह यूक्रेनी आर्मी के खिलाफ लड़े या मारा जाए।