नई दिल्ली (नेहा): नशीले पदार्थों के खिलाफ भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने ऐतिहासिक कार्रवाई शुरू की है. गृह मंत्री अमित शाह ने इस इस कदम को ‘नशा मुक्त भारत’ के लिए निर्णायक बताया है। गृह मंत्रालय (MHA) ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) की रिपोर्ट के आधार पर 16,000 से अधिक विदेशी ड्रग तस्करों को डिपोर्ट करने की प्रक्रिया शुरू की है। इसके साथ ही आज गृहमंत्री शाह के मौजूदगी में देशभर में 4,000 किलो से ज्यादा नशीले पदार्थ नष्ट किए गए। एनसीबी ने बताया कि अगले 15 दिनों में 1 लाख किलो ड्रग्स को नष्ट किया जाएगा। इनकी कीमत बाजार में 4,000 करोड़ रुपये से अधिक है. यह कार्रवाई NCB और विभिन्न राज्य पुलिसों के समन्वय से की गई।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) के राष्ट्राध्यक्षों और केंद्र शासित प्रदेशों के दूसरे राष्ट्रीय सम्मेलन के अपने संबोधन में कहा, ‘यह हमारा दूसरा सम्मेलन है. पीएम मोदी का नशा मुक्त भारत का विजन तभी पूरा होगा, जब हम सब मिलकर काम करें. 2047 तक महान भारत के लिए हमें ड्रग्स से मुक्त युवा पीढ़ी चाहिए।’ उन्होंने चेतावनी दी कि भारत के पड़ोसी देशों से ड्रग्स की सबसे ज्यादा आपूर्ति होती है, इसलिए ड्रग कार्टेल के खिलाफ मजबूती से लड़ना होगा। शाह ने जोर दिया, ‘हमारी लड़ाई अब छुटपुट ड्रग्स बिक्री रोकने की नहीं, बल्कि सप्लाई चेन, एंट्री पॉइंट्स और कार्टेल को तोड़ने की है। अगले 10 साल में अगर हम यह जंग नहीं जीते, तो नशे के खिलाफ हार जाएंगे।’ नशा मुक्त भारत अभियान 372 जिलों में चल रहा है, जिसमें 10 करोड़ से ज्यादा लोग जुड़े हैं। इसमें एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स की भूमिका अहम होगी।