नई दिल्ली (नेहा): Instagram ने एक नई पॉलिसी लागू की है जिसके तहत अब यूजर्स को लाइव-स्ट्रीमिंग फीचर इस्तेमाल करने के लिए कम से कम 1,000 फॉलोअर्स और एक पब्लिक अकाउंट होना जरूरी होगा। ये बदलाव TechCrunch को दिए गए कन्फर्मेशन में सामने आया है और यह पहले की उस नीति से बिल्कुल अलग है जिसमें कोई भी यूजर, चाहे उसका फॉलोअर्स काउंट कुछ भी हो और अकाउंट प्राइवेट हो, आसानी से लाइव जा सकता था। इस फैसले का असर छोटे क्रिएटर्स और उन आम यूजर्स पर पड़ेगा जो दोस्तों के साथ लाइव जाना पसंद करते थे। हमने भी लाइव करने की कोशिश के दौरान इस मैसेज को पढ़ा है।
इस बदलाव से प्रभावित यूजर्स को जो नोटिफिकेशन मिल रहा है, उसमें लिखा है: ‘हमने इस फीचर को इस्तेमाल करने की शर्तें बदल दी हैं। अब सिर्फ पब्लिक अकाउंट्स जिनके पास 1,000 या उससे ज्यादा फॉलोअर्स हैं, वे ही लाइव वीडियो बना सकेंगे।’ इस अपडेट से काफी यूजर्स नाखुश हैं और सोशल मीडिया पर इसका विरोध करते हुए कंपनी से इस फैसले को वापस लेने की मांग कर रहे हैं।
Instagram का ये कदम TikTok की पॉलिसी से मेल खाता है, जहां लाइव-स्ट्रीमिंग की सुविधा पाने के लिए 1,000 फॉलोअर्स जरूरी हैं। इसके मुकाबले YouTube जैसे प्लेटफॉर्म पर सिर्फ 50 सब्सक्राइबर्स वाले भी लाइव जा सकते हैं। हालांकि Instagram ने इस नियम के पीछे की वजह साफ तौर पर नहीं बताई है, लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि इसका उद्देश्य लाइव स्ट्रीम की क्वालिटी बढ़ाना और कम व्यूअरशिप वाले स्ट्रीम्स से होने वाले खर्च को कम करना हो सकता है।
इस मिनिमम फॉलोअर्स की शर्त लागू कर Instagram ये सुनिश्चित करना चाहता है कि लाइव स्ट्रीमिंग उन्हीं यूजर्स के द्वारा हो जिनके पास पहले से एक अच्छी ऑडियंस हो। इससे देखा जा रहा है कि व्यूअर्स के लिए ओवरऑल एक्सपीरियंस बेहतर हो सकता है क्योंकि बोरिंग या कम इंटरैक्टिव कंटेंट खुद ही फिल्टर हो जाएगा।
ये निर्णय Meta (Instagram की पैरेंट कंपनी) के आर्थिक हितों से भी जुड़ा हो सकता है। क्योंकि लाइवस्ट्रीमिंग महंगी होती है, इसलिए अगर कंपनी इसे सिर्फ उन्हीं यूजर्स तक सीमित रखे जिनके पास बड़ी ऑडियंस है, तो उसके सर्वर और इंफ्रास्ट्रक्चर पर कम लोड पड़ेगा। साथ ही यह फैसला दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के साथ Instagram को स्ट्रैटेजिक रूप से अलाइन करता है, जो पहले से ही इसी तरह के थ्रेशहोल्ड्स लागू करते हैं।
हालांकि, ये कदम कंटेंट क्वालिटी को ऊपर ले जा सकता है, लेकिन इसका नकारात्मक असर उन नए या छोटे क्रिएटर्स पर पड़ेगा जो अभी फॉलोअर्स बनाने की शुरुआत कर रहे हैं। इसी वजह से कई यूजर्स इस पॉलिसी को ‘अनफेयर’ मान रहे हैं और इसे नए अकाउंट्स की क्रिएटिविटी और ग्रोथ पर रोक कह रहे हैं।
Instagram ने अब तक इस फैसले को वापस लेने की कोई योजना नहीं बताई है। जिन यूजर्स के पास जरूरी फॉलोअर्स नहीं हैं, वे जब भी लाइव जाने की कोशिश करेंगे तो उन्हें नया रेस्ट्रिक्शन नजर आएगा। इससे हो सकता है कि वे अपनी ऑडियंस बढ़ाने की दिशा में और एक्टिव हो जाएं, जिससे Instagram पर एक ज्यादा एंगेजिंग और वाइब्रेंट कम्युनिटी बन सके।
डिजिटल दुनिया जैसे-जैसे बदल रही है, Instagram जैसे प्लेटफॉर्म्स भी अपनी पॉलिसीज को लगातार अपडेट कर रहे हैं ताकि यूजर सैटिस्फैक्शन और आर्थिक संतुलन बनाए रखा जा सके। ये नया बदलाव इस बात को साफ करता है कि कैसे सोशल मीडिया कंपनियां क्वालिटी कंटेंट और संसाधनों के मैनेजमेंट के बीच संतुलन बनाने की कोशिश कर रही हैं।