ढाका (नेहा): इस्राइल और हमास के बीच गाजा में लंबे समय से युद्ध जारी है। इस बीच, शुक्रवार को इस्राइल ने गाजा पर कई हवाई हमले किए। गाजा के अधिकारियों का कहना है कि इस्राइल के हमले में 108 लोगों की मौत हो गई है। इनमें अधिकांश महिलाएं और बच्चे हैं। इस्राइल ने दीर-अल-बलाह के बाहरी इलाकों के साथ-साथ खान यूनिस पर अटैक किया था। इस्राइल ने इस दौरान, शुक्रवार को कहा कि आतंकवादियों के खिलाफ उसका ऑपरेशन जारी है। एक दिन पहले ही इस्राइल ने 150 ठिकानों पर हमला किया था। एंटी टैंक मिसाइल पोस्ट और सैन्य इंफ्रास्ट्रक्चर शामिल है। इस्राइल ने बताया कि उत्तरी गाजा में उसने कई सारे आतंकवादियों को मार डाला है। शुक्रवार को हुए हमलों के कारण फलस्तीनियों को जबालिया शरणार्थी कैंप और बेत लाहिया शहर भागना पड़ा।
इस्राइली सरकार के प्रवक्ता डेविड मेन्सर ने कहा कि आईडीएफ आतंक के खिलाफ अपना अभियान तेज कर रही है। इसका उद्देश्य बंधकों की घर वापसी करवाना और हमास को गाजा की सत्ता से बेदखल करना है। इस्राइल हमास पर दबाव बनाता रहेगा। खास बात है कि इस्राइल ने ये हमला तब किया, जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप खाड़ी देशों की यात्रा पर हैं। ट्रंप तीन खाड़ी देशों में रुके लेकिन इस्राइल में नहीं। अपनी यात्रा के दौरान, ट्रंप ने कहा था कि वे गाजा सहित कई वैश्विक संकटों को सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं। गाजा के अलावा, शुक्रवार को इस्राइल ने यमन के लाल सागर के बंदरगाहों, सालिफ और होदेइदा पर अटैक किया। इस्राइली सेना का कहना है कि सालिफ और होदेइदा के बंदरगाहों का इस्तेमाल हथियारों के लेन-देन के लिए किया जा रहा था। इस्राइल ने यमन चेतावनी भी दी है। इस्राइल ने कहा है कि अगर हूतियों के इस्राइल पर हमले जारी रहते हैं तो हूती संगठन के सरगान अब्दुल मलिक अल-हूती को निशाना बनाया जा सकता है।