नई दिल्ली (नेहा)- पहली बार पाकिस्तान ने मान लिया है कि ऑपरेशन सिंदूर में भारत के वार से उसके सीने में गहरे जख्म हुए थे। ऑपरेशन सिंदूर की गूंज से पाकिस्तान हिल गया था और पाकिस्तान का “ऑपरेशन बुनयान अल मरसूस” उसकी बर्बादी की सबसे बड़ी वजह बन गया था। पाकिस्तान ने खुद वीरता पुरस्कारों की लिस्ट जारी करके ये कबूल किया है कि उसके बहुत सैनिक मारे गए हैं।
पाकिस्तान ने पहली बार ऑपरेशन सिंदूर में खाई मार को स्वीकार किया है। पाकिस्तान ने अपने स्वतंत्रता दिवस पर युद्ध में मारे गए 155 सैनिकों को सम्मानित किया है। इन सैनिकों की लिस्ट सामने आने के बाद साफ हो गया कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान को गहरी चोट दी है। जिन्हें वो शहादत कह रहा है, दरअसल वो भारत के हाथों मिली करारी हार की गवाही है।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद ये पहली बार जब पाकिस्तान ने अपनी हार मानी है। पाकिस्तान मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सबसे ज्यादा PAK सैनिक पंजाब प्रांत में मारे गए भारतीय सेना ने PAK सेना को भारी नुकसान पहुंचाया था। पाकिस्तान की मीडिया ने एक लिस्ट जारी की है, जिसमें पाकिस्तानी मिलिट्री के मारे गए जवानों के नाम हैं। लिस्ट में इन सिपाहियों को युद्ध में शहीद बताया गया है।
इस लिस्ट में कुल 155 पाकिस्तानी सैनिकों के नाम और उनके पद लिखे हुए हैं। माना जा रहा है कि इनकी मौत ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना के हमलों में हुई थी। जिसे अबतक पाकिस्तानी सेना छिपा रही थी, लेकिन आखिरकार उसे भारत के हाथों मिली इस हार का सच कबूलना ही पड़ा।
दरअसल, पाकिस्तान ने 14 अगस्त को ऑपरेशन सिंदूर के दौरान मारे गए जवानों को सम्मानित किया है। यह लिस्ट उन्हीं सैनिकों की है, जो अब पाकिस्तानी सेना के दावों को हकीकत बयान कर रहे हैं। पाकिस्तान के राष्ट्रपति ने युद्ध में मारे गए सैनिकों को सम्मानित किया है। सम्मान पाने वाले मृत सैनिकों की लिस्ट जारी की गई है। मरने वालों में अधिकतर सैनिक भारत से सटे पंजाब सीमा पर तैनात थे। वहीं पाकिस्तानी वायुसेना के मारे गए 50 से ज्यादा जवानों की लिस्ट अलग है।
पाकिस्तानी एयरफोर्स और मिलिट्री की लिस्ट को जोड़ दिया जाए तो, ऑपरेशन सिंदूर के दौरान 200 से ज्यादा पाकिस्तानी सैनिकों की मौत की पुष्टि खुद पाकिस्तानी सेना के आंकड़े कर रहे हैं। इसका साफ संदेश है कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान को ऐसी चोट दी है, जिसका दर्द उसे दशकों तक सताएगा।