नई दिल्ली (नेहा): अगले महीने से बैंक अकाउंट और लॉकरों को लेकर बड़ी राहत मिलने वाली है। अब आप अपने बैंक अकाउंट और लॉकर के लिए एक की जगह चार लोगों को नॉमिनी बना सकेंगे। सरकार ने गुरुवार को बताया कि बैंकिंग लॉ (संशोधन) एक्ट, 2025 के कुछ अहम नियम 1 नवंबर से लागू हो जाएंगे। इनमें नॉमिनी से जुड़े नियम भी शामिल हैं। सरकार ने पहले ही बता दिया था कि इस एक्ट के सेक्शन 10, 11, 12 और 13 अगले महीने से शुरू होंगे। ये नियम बैंक अकाउंट, सेफ कस्टडी में रखी चीजों और बैंक लॉकरों के लिए नॉमिनी से जुड़े हैं।
नए नियमों के तहत, आप अपने बैंक खाते के लिए चार लोगों को नॉमिनी बना सकते हैं। ये नॉमिनी एक साथ (सिमल्टेनियस) या एक के बाद एक (सक्सेसिव) हो सकते हैं। इससे अकाउंट होल्डर्स और उनके नॉमिनी के लिए क्लेम लेना आसान हो जाएगा। लेकिन लॉकरों के लिए सिर्फ सक्सेसिव नॉमिनेशन की इजाजत है, यानी पहला नॉमिनी नहीं रहा तो दूसरा नॉमिनी काम करेगा। इससे यह सुनिश्चित होगा कि क्लेम की प्रक्रिया में कोई रुकावट न आए और सब कुछ साफ-साफ हो।
वित्त मंत्रालय ने कहा है कि खाताधारकों को हर नॉमिनी के लिए हक का प्रतिशत बताना होगा, जो कुल मिलाकर 100% होना चाहिए। उदाहरण के लिए, अगर आप चार नॉमिनी बनाते हैं, तो आप कह सकते हैं कि पहला नॉमिनी 40%, दूसरा 30%, तीसरा 20% और चौथा 10% हिस्सा लेगा। ये नियम अकाउंट होल्डर्स को अपनी पसंद के हिसाब से नॉमिनी चुनने की आजादी देंगे। साथ ही, इससे क्लेम लेने की प्रक्रिया में पारदर्शिता, एकरूपता और तेजी आएगी। मंत्रालय ने यह भी बताया कि बैंकिंग कंपनीज (नॉमिनेशन) नियम, 2025 जल्द ही जारी होंगे। इनमें नॉमिनी बनाने, रद्द करने या कई नॉमिनी तय करने की पूरी प्रक्रिया और फॉर्म्स की जानकारी होगी. ये नियम सभी बैंकों में एकसमान लागू होंगे।
ये बदलाव बैंकिंग लॉ (संशोधन) एक्ट, 2025 के तहत किए गए हैं, जो कई पुराने कानूनों को अपडेट करता है। इनमें रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया एक्ट, 1934, बैंकिंग रेगुलेशन एक्ट, 1949, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया एक्ट, 1955, और बैंकिंग कंपनीज (एक्विजिशन एंड ट्रांसफर ऑफ अंडरटेकिंग्स) एक्ट, 1970 और 1980 शामिल हैं। इन नए नियमों से बैंक खाताधारकों को काफी फायदा होगा। अब वे अपने परिवार या करीबियों को आसानी से नॉमिनी बना सकेंगे, जिससे उनके पैसों और लॉकर की चीजों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी। यह कदम न सिर्फ खाताधारकों के लिए सुविधाजनक है, बल्कि बैंकिंग सिस्टम को और मजबूत बनाएगा। इससे लोगों का भरोसा भी बढ़ेगा। यह जानकारी सामान्य स्रोतों से ली गई है और इसकी सटीकता की जिम्मेदारी हमारी नहीं है।


