नई दिल्ली (नेहा): भारत और मालदीव के बीच रक्षा व दूसरे रणनीतिक क्षेत्र में कुछ अहम समझौते पर हस्ताक्षर होने जा रहा है। पीएम नरेन्द्र मोदी ब्रिटेन यात्रा के बाद 25 जुलाई को मालदीव पहुंचेंगे। वहां 26 जुलाई को वह मालदीव की स्वतंत्रता दिवस समारोह में हिस्सा लेंगे और राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जु के साथ द्विपक्षीय संबंधों के सभी आयामों पर बात करेंगे।
पीएम मोदी की आगामी यात्रा के बारे में जानकारी देते हुए विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच कई अहम रणनीतिक समझौते पर हस्ताक्षर होगा। भारत ने मालदीव की वित्तीय स्थिति को मजबूत करने के लिए हरसंभव मदद देने का भी आश्वासन दिया है। अक्टूबर, 2024 में राष्ट्रपति मुइज्जु जब भारत आये थे तब उन्होंने स्वीकार किया था कि भारत की मदद से ही मालदीव ने वित्तीय संकट को दूर करने में सफल रहा है।
मालदीव ज्यादा से ज्यादा भारतीय पर्यटकों को आकर्षित करने की पेशकश कर रहा है। भारत सरकार भी इस बारे में सकारात्मक है। मिसरी ने बताया कि हम दो मुद्दों पर बात कर रहे हैं जिससे आने वाले दिनों में मालदीव जाने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी। पहला, दोनों देशों के बीच स्थानीय मुद्रा में कारोबार को बढ़ावा देना और दूसरा, मालदीव में यूपीआइ की स्वीकार करने का ढांचा लगाना।
हाल ही में जो डाटा सामने आया है उससे पता चलता कि दो वर्ष पहले जहां मालदीव जाने वाले विदेशियों में भारत सबसे ऊपर था वहीं अब पांचवे स्थान पर आ गया है। मिसरी ने बताया कि भारत मालदीव के साथ मजबूत रक्षा संबंध चाहता है। बताया जा रहा है कि मुइज्जु की सरकार इस बारे में भारत सरकार के साथ है। भारत विरोध के नारे के साथ राष्ट्रपति पद तक पहुंचे मोहम्मद मुइज्जु के विचार अब पूरी तरह से बदल चुके हैं। मोदी की इस यात्रा के दौरान भारत के सहयोग से तैयार कुछ अहम परियोजना का उद्घाटन भी किया जाएगा।