चंडीगढ़ (नेहा): लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी सोमवार 15 सितंबर को राज्य के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरान करने पहुंच रहे हैं। वे अमृतसर व गुरदासपुर जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोगों से मुलाकात करेंगे। तय कार्यक्रम के अनुसार राहुल गांधी सोमवार को सुबह 10:15 बजे अजनाला के रमदास स्थित गुरुद्वारा बाबा बुड्ढा साहिब में बाढ़ प्रभावित लोगों से मिलेंगे। 11:45 बजे गुरदासपुर के डेरा बाबा नानक के गांव गुरचक्क में किसानों मुलाकात करेंगे। 1:45 बजे गुरदासपुर जिले के ही दीनानगर के मकोड़ा पत्तन में बाढ़ पीड़ितों से मिलेंगे। इसी बीच राहुल गांधी के पंजाब दौरे पर प्रदेश भाजपा ने सवाल खड़े किए हैं। भाजपा ने पूछा है कि देश में आठ राज्यों में कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और अन्य दलों की गठबंधन सरकारें हैं।
अभी तक उन्होंने पंजाब के बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए क्या किया। उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी के दौरे से पहले भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के आदेश पर डेढ़ दर्जन से अधिक केंद्रीय व केंद्रीय राज्य मंत्री लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज चौहान भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर चुके हैं। जानकारी के अनुसार 21 सितंबर तक भाजपा के 25 केंद्रीय मंत्री व राज्य मंत्री राज्य का दौरा करेंगे। राहुल गांधी राज्य का तब दौरा करने आ रहे हैं जब बाढ़ का पानी काफी हद तक उतर चुका है। प्रदेश कांग्रेस सितंबर माह के शुरूआत से ही प्रयासरत थी कि राहुल दौरा करने के लिए आएं लेकिन बिहार में व्यस्त होने के कारण वह नहीं आ पाए।
राहुल गांधी इस दौरे के दौरान सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी को लेकर क्या कहते हैं, इस पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं। इसका मुख्य कारण केंद्र में आप आइएनडीआइए का हिस्सा है। हालांकि राज्य में दोनों पार्टियों का कोई समझौता नहीं हैं लेकिन भाजपा हमेशा कांग्रेस पर आप के सामने घुटने टेकने का आरोप लगाती रही है। राहुल के पंजाब दौरा से कांग्रेस में खासा उत्साह है। कांग्रेस के प्रदेश प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग का कहना हैं, कांग्रेस हमेशा ही किसानों के साथ खड़ी रही है। राहुल गांधी भी किसानों का दर्द बांटने के लिए आ रहे हैं।
भाजपा के प्रवक्ता प्रितपाल सिंह बलियावाल ने राहुल गांधी के दौरे पर सवाल उठाते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजा वड़िंग से अनुरोध किया कि वे यह आंकड़ा पंजाब की जनता के सामने रखें कि उनके गठबंधक की राज्य सरकारों ने बाढ़ के दौरान पंजाब के लोगों को क्या मदद भेजी, ताकि पंजाबियों को पता चल सके कि मुश्किल घड़ी में वास्तव में कौन पंजाब के साथ खड़ा है।