मंडी (नेहा): हिमाचल प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बीती रात से मूसलाधार बारिश जारी है, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है। लगातार हो रही बारिश के कारण कई स्थानों पर भूस्खलन (लैंडस्लाइड) की घटनाएं सामने आई हैं, जिससे सड़कों का संपर्क टूट गया है और लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। यही नहीं, बारिश के चलते प्रदेश की अधिकतर नदियों और नालों का जलस्तर खतरनाक स्तर तक पहुंच चुका है।
मंडी जिले में स्थित पंडोह डैम पूरी तरह से भर चुका है, जिससे जलस्तर नियंत्रित करने के लिए इसके सभी पांचाें गेट खोल दिए गए हैं। इस समय डैम से 44 हजार क्यूसिक पानी छोड़ा जा रहा है। इस पानी के बहाव से ब्यास नदी में जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिसे देखते हुए मंडी जिला प्रशासन और नगर निगम की ओर से लोगों को लाऊडस्पीकर के माध्यम से सचेत किया जा रहा है। लोगों से अपील की गई है कि वे नदी के किनारे न जाएं और सुरक्षित स्थानों पर रहें। ब्यास नदी का यह उफनता हुआ पानी अब संधोल, सुजानपुर, नादौन और देहरा होते हुए पोंग डैम की ओर बढ़ रहा है, जहां इसका जलस्तर और अधिक बढ़ सकता है। इसके बाद यह पानी पंजाब के तलवाड़ा क्षेत्र में प्रवेश करेगा, जिससे निचले क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा पैदा हाे सकता है।
इधर, मंडी की ज्यूणी खड्ड ने भी राैद्र रूप धारण कर लिया है। यह खड्ड पंडोह डैम से लगभग 10 किलोमीटर दूर ब्यास नदी में मिलती है। अगर बारिश इसी तरह जारी रही, तो जलस्तर और भी ज्यादा बढ़ सकता है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बन सकती है। प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करने को कहा है। आपदा प्रबंधन की टीमें अलर्ट मोड पर हैं और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।