लखनऊ (नेहा): उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के गोसाईगंज इलाके के सिलौली गांव की एक साधारण महिला रूबी अब लाखों जरूरतमंद परिवारों के लिए मिसाल बन चुकी है। एक समय झोपड़ी में रहने वाली रूबी अब मुख्यमंत्री “जीरो पावर्टी अभियान” की पहली लाभार्थी के रूप में अपना पक्का आशियाना बनते देख रही है। योगी आदित्यनाथ सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना ने उसके जीवन की दिशा ही बदल दी। रूबी के मकान का निर्माण मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह की निगरानी में हो रहा है। उन्होंने बताया कि निर्माण कार्य में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जा रहा है और कुछ ही महीनों में मकान पूरी तरह बनकर तैयार हो जाएगा। योजना का यह पहलू बताता है कि यह केवल एक सरकारी योजना नहीं, बल्कि सपनों को आकार देने वाली कोशिश है।
रूबी के जीवन में बदलाव केवल मकान तक सीमित नहीं है। योगी सरकार ने उनके पति राम सागर को निजी कंपनी एलएंडटी (L&T) में नौकरी दिलाई, जहां वे 18,000 रुपये से ज्यादा मासिक वेतन पर कार्यरत हैं। अब परिवार की आमदनी स्थिर है, और रूबी खुद को अधिक सुरक्षित और सशक्त महसूस कर रही हैं। अपनी भावनाएं साझा करते हुए रूबी ने कहा, “हमारे झोपड़े में बरसात में पानी टपकता था और गर्मी में छत तवे जैसी जलती थी। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मेरा भी पक्का घर होगा, लेकिन योगी सरकार की वजह से मेरी जिंदगी पूरी तरह से बदल गई है।”
योगी सरकार का Zero Poverty Campaign यानी जीरो पावर्टी अभियान उत्तर प्रदेश के उन परिवारों के लिए एक नई उम्मीद है जो गरीबी के दुष्चक्र में फंसे हुए हैं। इस अभियान के प्रमुख बिंदु – घोषणा: 2 अक्टूबर 2024 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा, लक्ष्य: 25 लाख गरीब परिवारों को लाभ देना, रोजगार: चिन्हित परिवारों के मुखिया को गारंटीड नौकरी देना, वार्षिक आय: प्रति परिवार सालाना ₹1.25 लाख तक बढ़ाना, अब तक: 13.57 लाख परिवार चिन्हित किए जा चुके हैं, बजट: 2025-26 में ₹250 करोड़ का प्रावधान, गांव स्तर पर चयन: हर गांव से 10-25 निर्धन परिवार चुने जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री आवास योजना, रोजगार उपलब्धता, आर्थिक सशक्तिकरण, और मानव गरिमा को केंद्र में रखकर यह अभियान कई मोर्चों पर कार्य कर रहा है। यह केवल एक कल्याणकारी योजना नहीं, बल्कि “गंभीर और समर्पित प्रयास” है, जिससे जरूरतमंदों की जिंदगी में असल बदलाव आ रहा है। योगी आदित्यनाथ की सरकार लगातार ऐसे प्रयास कर रही है कि राज्य में कोई भी परिवार गरीबी रेखा के नीचे जीवन न बिताए। इसके लिए समग्र योजना तैयार की गई है, जिसमें आवास, स्वास्थ्य, शिक्षा, स्किल डेवलपमेंट और रोजगार सभी शामिल हैं।
रूबी की कहानी अब सिर्फ एक महिला की नहीं, बल्कि करोड़ों गरीबों की उम्मीद का चेहरा बन गई है। योगी सरकार की यह पहल दर्शाती है कि अगर नीति साफ हो और नीयत मजबूत, तो सरकारी योजनाएं केवल कागजों तक नहीं रहतीं, बल्कि जीवन बदल देती हैं।