नई देहि (नेहा): अमेरिकी वीजा दुनिया के सबसे मजबूत वीजा में से एक है। इसे हासिल कर पाना आसान नहीं होता है। अमेरिकी दूतावास किसी को भी वीजा देने से पहले कई पहलुओं पर अपनी जांच-पड़ताल करती है। हाल ही में एक भारतीय आईटी प्रोफेशनल ने अमेरिकी दूतावास का अपना अनुभव रेडिट पर शेयर किया है। क्लाउड नेटिव प्लेटफॉर्म में एक्सपर्टीज रखने वाले इस सीनियर टेक लीड का B1/B2 बिजनेस वीजा इंटरव्यू नई दिल्ली स्थित दूतावास में 1 मिनट से भी कम समय में रद्द कर दिया गया।
यह रिजेक्शन आवेदक के लिए पूरी तरह से अप्रत्याशित था. शख्स की सालाना इनकम लगभग एक करोड़ रुपये है और वह भारत में 11 से भी अधिक सालों से स्टेबल करियर में हैं। रेडिट पर अपना अनुभव शेयर करते हुए इस प्रोफेशनल ने बताया कि वीजा अधिकारी ने उनसे केवल 3 सवाल पूछे: यात्रा का उद्देश्य, पिछली अंतर्राष्ट्रीय यात्राएं और अमेरिका में परिवार या दोस्तों की प्रेजेंस। इस मामले से पता चलता है कि अमेरिकी वीजा प्रक्रिया केवल सैलरी पर आधारित नहीं है।
अमेरिका के अटलांटा में आयोजित होने वाले प्रमुख उद्योग सम्मेलन (Kubecon + CloudNative Con 2025) में शामिल होने के लिए जा रहे इस व्यक्ति ने सभी सवालों का सीधा जवाब दिया। हालांकि, इतने मजबूत प्रोफेशनल और पर्सनल रिलेशंस के बावजूद, उन्हें धारा 214(b) के तहत तुरंत ही अस्वीकृति पर्ची थमा दी गई। सीनियर टेक लीड के अनुसार, वीजा अधिकारी के साथ उनका संवाद काफी शॉर्ट रहा था।


