मुंबई (नेहा): रविवार को दुबई में हुए भारत-पाकिस्तान मैच पर विरोध जताते हुए शिवसेना (यूबीटी) के प्रवक्ता संजय राउत ने कहा है कि इस मैच को लेकर देश की सामान्य जनता में रोष है। इसलिए प्रधानमंत्री ने इस मैच से जनता का ध्यान भटकाने के लिए मणिपुर जाने का निर्णय किया।संजय राउत ने रविवार को पत्रकारों से बात करते हुए भारत-पाकिस्तान टी-20 मैच को लेकर केंद्र सरकार एवं भारतीय क्रिकेट संघ (बीसीसीआई) पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पहलगाम में मारे गए शुभम द्विवेदी की पत्नी का बयान आया है। वह भारत-पाकिस्तान के बीच होने जा रहे टी-20 मैच से खुश नहीं है। पहलगाम में हमारे देश की महिलाओं के सिंदूर पुछ गए, और हमारी टीम उसी पाकिस्तान के साथ क्रिकेट मैच खेलने जा रही है।
कई वरिष्ठ क्रिकेट खिलाड़ियों ने भी इस मैच को लेकर नाखुशी जाहिर की है। जब सभी लोग नाखुश हैं, तो क्या जरूरत थी यह मैच खेलने की। राउत ने आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री में मणिपुर को लेकर कोई उदात्त भावना नहीं थी। वह तो सिर्फ इस मैच से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए मणिपुर गए थे। राउत ने भाजपा पर सीधे निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा का राष्ट्रवाद और हिंदुत्ववाद सिर्फ एक ढोंग है। पहलगाम में पाकिस्तान से आए आतंकियों ने तमाम हिंदुओं और भारतीय नागरिकों की निर्मम हत्या कर दी , और अब आप उसी पाकिस्तान के साथ क्रिकेट मैच खेलने जा रहे हैं।
राउत ने मैच खेल रहे भारतीय क्रिकेट खिलाड़ियों को भी खरी-खोटी सुनाते हुए कहा कि आप एक मैच नहीं खेलते, तो क्या आसमान टूट पड़ता। क्या आईसीसी अध्यक्ष जय शाह आपको फांसी पर चढ़ा देते, या उनके पिता अमित शाह आपके पीछे ईडी लगा देते। राउत ने अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि शाह हमें तो हिंदुत्व और राष्ट्रवाद का पाठ पढ़ाते हैं। लेकिन अपने बेटे को यह पाठ क्यों नहीं पढ़ाते। राउत ने कहा कि अमित शाह बार-बार कहते हैं कि बालासाहब होते तो ये नहीं होता, वो नहीं होता। मैं कहता हूँ कि बालासाहब होते तो यह मैच भी नहीं होता। और यदि मैच होता, तो मैच के बाद वह आपको मुंबई में घुसने भी नहीं देते।