नई दिल्ली (पायल): बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भारत और बांग्लादेश के बीच बढ़ते तनाव के लिए मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। हसीना ने आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार भारत के खिलाफ शत्रुतापूर्ण बयान जारी कर रही है, धार्मिक अल्पसंख्यकों की रक्षा करने में विफल रही है और चरमपंथियों को विदेश नीति पर हावी होने की इजाजत दे रही है।
उन्होंने कहा कि भारत दशकों से बांग्लादेश का सबसे पक्का दोस्त रहा है और दोनों देशों के बीच रिश्ते किसी भी अंतरिम सरकार से कहीं ज्यादा गहरे हैं। हसीना ने कहा कि यूनुस सरकार ने उन लोगों को संरक्षण दिया है जिन्होंने भारतीय दूतावासों को निशाना बनाया और अल्पसंख्यकों पर हमला किया।
यह बयान ऐसे समय आया है जब ढाका में हालिया हिंसा और भारतीय मिशनों को धमकियों के बाद दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों में खटास आ गई है और दोनों देशों ने एक दूसरे के राजदूतों को तलब किया। शेख हसीना ने विश्वास जताया कि जब बांग्लादेश में वैध शासन बहाल हो जाएगा, तो देश उसी समझ वाली साझेदारी पर लौट आएगा जो उनके 15 साल के शासन के दौरान विकसित हुई थी।
हसीना ने हादी की मौत को यूनुस के शासन में बढ़ती अराजकता का नतीजा बताया और कहा कि जब आप अपनी सीमाओं के भीतर बुनियादी कानून और व्यवस्था बनाए नहीं रख सकते, तो इंटरनेशनल लेवल पर आपकी क्रेडिबिलिटी खत्म हो जाती है, और यही आज के यूनुस बांग्लादेश की सच्चाई है।


