मुंबई (राघव): टैरिफ संबंधी अनिश्चितता के बावजूद भारतीय शयेर बाजार हरे निशान पर बंद हुआ। बेंचमार्क इक्विटी सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में कारोबार के आखिरी घंटे में हुई खरीदारी के चलते तेजी लौटी। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत पर लगे टैरिफ को बढ़ाकर 50 प्रतिशत कर दिया। इससे निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई।
गुरुवार को 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 79.27 अंक या 0.10 प्रतिशत उछलकर 80,623.26 अंक पर बंद हुआ। अधिकांश समय सूचकांक लाल निशान में रहा और 79,811.29 के निचले स्तर तक गया। वहीं 50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी 21.95 अंक या 0.09 प्रतिशत की बढ़त के साथ 24,596.15 पर आ गया। सेंसेक्स के 30 में से 18 शेयर हरे निशान पर बंद हुए जबकि 12 शेयर गिरावट के साथ बंद हुए। इस दौरान रुपया डॉलर के मुकाबले 3 पैसे की गिरावट के साथ 87.69 (अस्थायी) पर पहुंच गया।
अमेरिका की ओर से भारत पर दो चरणों में 50% टैरिफ लगाने के एलान के बाद गुरुवार के कारोबारी सत्र के दौरान भारतीय शेयरों पर दबाव दिखा। लगभग पूरे दिन सेंसेक्स और निफ्टी लाल निशान पर कारोबार करते दिखे। हालांकि, आखिरी सत्र में घरेलू शेयर बाजार में खरीदारी लौटी और दोनों प्रमुख सूचकांक आखिरकार हरे निशान पर बंद हुए।
सेंसेक्स की कंपनियों में टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक, इटरनल, एक्सिस बैंक, मारुति, टाटा स्टील, एचडीएफसी बैंक और एशियन पेंट्स के शेयरों में लाभ रहा। वहीं अडानी पोर्ट्स, ट्रेंट, टाटा मोटर्स, हिंदुस्तान यूनिलीवर और एनटीपीसी पिछड़ गए।
एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कोस्पी, जापान का निक्केई 225 सूचकांक, शंघाई का एसएसई कम्पोजिट सूचकांक और हांगकांग का हैंगसेंग सकारात्मक दायरे में बंद हुए। यूरोप के बाजार हरे निशान में कारोबार कर रहे थे। बुधवार को अमेरिकी बाजार बढ़त के साथ बंद हुए।