पटना (पायल): बिहार विधानसभा चुनाव के लिए विपक्षी दलों के गठबंधन ‘भारत’ के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने आज वक्फ (संशोधन) अधिनियम को लेकर तीखी टिप्पणी करते हुए कहा कि अगर गठबंधन सत्ता में आया तो इस अधिनियम को कूड़ेदान में फेंक दिया जाएगा।
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता ने मुस्लिम बहुल कटिहार जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि उनके पिता (लालू प्रसाद यादव) ने कभी भी सांप्रदायिक ताकतों के साथ समझौता नहीं किया, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हमेशा ऐसी ताकतों का पक्ष लिया है, जिसके चलते राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और उसके सहयोगी संगठन प्रदेश और देश में नफरत फैला रहे हैं। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी को ‘भारत जलाओ पार्टी’ बताते हुए कहा कि अगर बीजेपी सत्ता में आई तो सांप्रदायिक एजेंडा तेज हो जाएगा।
बता दें कि वक्फ (संशोधन) कानून अप्रैल में संसद में पारित किया गया था। सत्तारूढ़ दल ने इसे पिछड़े मुसलमानों और समुदाय की महिलाओं के लिए पारदर्शिता और सशक्तिकरण का स्रोत बताया, विपक्ष का आरोप है कि इससे मुसलमानों के अधिकार प्रभावित होते हैं। श्री तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि राज्य की 20 साल पुरानी सरकार से लोग तंग आ चुके हैं और मुख्यमंत्री अपने होश में नहीं हैं। उन्होंने दावा किया कि राज्य के हर विभाग में भ्रष्टाचार व्याप्त है और कानून व्यवस्था की स्थिति खराब है; ये चुनाव संविधान, लोकतंत्र और सांप्रदायिक सद्भाव को बचाने के लिए हैं।
पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सीमांचल क्षेत्र को लेकर कहा कि एनडीए सरकार ने क्षेत्र के विकास के लिए कुछ नहीं किया है, ‘भारत’ गठबंधन के सत्ता में आने पर सीमांचल विकास प्राधिकरण का गठन किया जाएगा। उन्होंने दावा किया कि एनडीए सरकार उनके चुनावी वादों की नकल कर रही है। उनकी पार्टी की सरकार बनी तो वृद्धावस्था पेंशन बढ़ाकर 2000 रुपये प्रति माह कर दी जाएगी।


