नई दिल्ली (नेहा): जब हम ऑनलाइन खाना ऑर्डर करते हैं, तो कोशिश रहती है कि थोड़ा सस्ता पड़ जाए, लेकिन फ्री में मिलने की उम्मीद तो छोड़ ही दीजिए। मगर आज हम आपको ऐसे व्यक्ति के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसने पूरे दो साल तक महंगे व्यंजनों का मजा बिना एक पैसा दिए लिया और कंपनी को इसकी भनक तक नहीं लगी। यह सुनने में भले ही अजीब लगे, लेकिन यह पूरी तरह सही है। दरअसल, जापान के नागोया शहर में रहने वाला ताकुया हिगाशिमोटो ने यही कारनामा कर दिखाया। अपने होशियार दिमाग और चालाकी का इस्तेमाल करते हुए उसने फूड डिलीवरी ऐप को दो साल तक चकमा दिया और लगभग 21 लाख रुपये का खाना मुफ्त में खा लिया।
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के अनुसार, कई सालों से बेरोजगार ताकुया ने जापान के मशहूर फूड डिलीवरी ऐप Demae-can पर दो साल तक हर दिन महंगे डिश ऑर्डर किए जैसे- ईल बेंटो, हैमबर्गर स्टेक और आइसक्रीम, यहां तक सब नॉर्मल रहता था असली खेल था डिलीवरी के बाद। हर बार वो ऐप पर कंम्पलेन करता कि ‘मेरा ऑर्डर नहीं आया।’ कंपनी उसे हर बार पूरे पैसे लौटा देती, यानी खाना भी मिल गया और पैसे भी वापस। ऐसे में दो साल में कंपनी को 37 लाख येन (लगभग ₹21 लाख) का नुकसान हुआ।
ताकुया ने 124 फर्जी अकाउंट्स बनाए, हर बार नया नाम, अलग पता और नकली दस्तावेज से निकले हुए प्रीपेड सिम कार्ड का इस्तेमाल किया. उसका सोचना था कि इस तरीके से कोई उसे पकड़ नहीं पाएगा, लेकिन कितने दिन तक वह झूठ के सहारे अपना काम चलाता। आखिरकार 30 जुलाई को जब उसने फिर से आइसक्रीम और चिकन स्टेक ऑर्डर करके रिफंड मांगा, तो कंपनी को उसपर शक हुआ।
कंपनी के शक के बाद जांच शुरु हुआ, जिसमें पता चला कि ताकुया ने 1095 बार ऐप की रिफंड पॉलिसी का इस्तेमाल किया था। कंपनी ने तुरंत मामला पुलिस में दर्ज करवा दिया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। इस घटने के बाद जापान की फूड डिलीवरी कंपनियां अपनी आईडी वेरिफिकेशन और सिक्योरिटी सिस्टम्स को और भी मजबूत करने में लग गई हैं। यह मामला जापान में सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गया। कुछ यूजर्स ने कहा- “प्लेटफॉर्म की रिफंड पॉलिसी में सुधार की जरूरत है, यह ग्राहकों के लिए बहुत ढीली है।” किसी ने कहा- “यह शख्स बहुत चालाक है। इतने सारे अकाउंट बनाना और प्लेटफॉर्म को हेरफेर करना वाकई मेहनत की बात है।”