नई दिल्ली (राघव): सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन (20 जून) शेयर बाजार में तूफानी तेजी देखी गई। निफ्टी ने 25000 का लेवल फिर से क्रॉस किया है, वहीं सेंसेक्स में 1100 अंकों का उछाल आया। वहीं एक दिन पहले गुरुवार को शेयर बाजार तेज गिरावट पर बंद हुआ था। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 1046 अंकों की बढ़त के साथ 82408 के स्तर पर बंद हुआ। जबकि निफ्टी में 319 अंक की तेजी आई, ये 25112 के स्तर पर बंद हुआ।
निफ्टी बैंक, फाइनेंस सर्विसेज, ऑटो और मेटल सबसे ज्यादा प्रदर्शन करने वाले सेक्टरों में से थे, जो रैली का नेतृत्व कर रहे थे। व्यापक बाजार में, निफ्टी मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स भी गुरुवार की तेज गिरावट के बाद लगभग 0.8% चढ़े। इस बीच, बीएसई पर सूचीबद्ध सभी कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 3.57 लाख करोड़ रुपए बढ़कर 446.37 लाख करोड़ रुपए हो गया।
तेजी के कारण:
.RBI ने प्रोजेक्ट फंडिंग के लिए मानदंड आसान किए। केंद्रीय बैंक ने अपने गाइडलाइन में बैंकों, NBFC और सहकारी बैंकों में मानदंडों को आसान किया है। एक्सपर्ट का कहना है कि इससे REC और PFC सहित परियोजना वित्तपोषकों को बड़ी राहत मिलेगी।
.अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों 2025 में दो कटौती का संकेत दिया है, जबकि मुद्रास्फीति की उम्मीदें बढ़ी हैं।
.अमेरिकी डॉलर इंडेक्स 0.34% की गिरावट को बढ़ाते हुए 98.57 पर आ गया। कमजोर डॉलर आम तौर पर विदेशी पूंजी को आकर्षित करके और रुपये का समर्थन करके भारत जैसे उभरते बाजार इक्विटी को बढ़ावा देता है।
.विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) पिछले दो सत्रों में 1,824 करोड़ रुपए के इक्विटी खरीदकर शुद्ध खरीदार बन गए हैं। इस बीच घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने लगातार 12वें दिन भी मजबूत खरीदारी जारी रखी और 2,566 करोड़ रुपए का निवेश किया