पटना (पायल): बिहार की राजनीति में एक बार फिर उथल-पुथल तेज हो गई है। उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) की अगुवाई वाली राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। पार्टी ने बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Election 2025) में छह सीटों पर चुनाव लड़कर चार पर जीत हासिल की थी, लेकिन अब इन्हीं चार में से तीन विधायक पार्टी नेतृत्व से नाराज़ बताए जा रहे हैं।
बुधवार को यह सियासी हलचल तब बढ़ गई, जब तीनों विधायक चुपचाप विधानसभा अध्यक्ष प्रेम कुमार (Prem Kumar) से मिलने पहुंचे। राजनीतिक गलियारों में इसके कई मायने निकाले जाने लगे हैं। RLM के चार विधायकों में एक उपेंद्र कुशवाहा की पत्नी स्नेहलता हैं। स्नेहलता को छोड़कर बाकी तीन विधायक- माधव आनंद, आलोक सिंह, रामेश्वर महतो बुधवार को विधानसभा अध्यक्ष से मिलने पहुंचे। मुलाकात के बाद माधव आनंद ने इसका फोटो सोशल मीडिया पर शेयर किया, जो तेजी से वायरल हो गया।
महत्वपूर्ण बात यह है कि इस फोटो में स्नेहलता कुशवाहा और उपेंद्र कुशवाहा के मंत्री पुत्र मौजूद नहीं थे। इससे पार्टी में दरार की चर्चा और तेज हो गई। हालांकि, मीडिया से बात करते हुए पार्टी के विधायक दल के नेता माधव आनंद ने सभी अटकलों से इनकार किया। उन्होंने कहा ‘न कोई नाराज़गी, न टूट की संभावना। हम न तो टूटने वालों में हैं और न ही तोड़ने वालों में।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि तीनों विधायकों का एक साथ जाना सिर्फ संयोग था, इसका कोई राजनीतिक अर्थ नहीं निकाला जाना चाहिए जब उनसे पूछा गया कि क्या वे पार्टी छोड़ने की तैयारी कर रहे हैं, तो माधव आनंद ने कहा- “हम पार्टी क्यों छोड़ेंगे? हम पूरी तरह एकजुट हैं।”


