खैबर पख्तूनख्वा (अप्सरा)- पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में अफगानिस्तान की सीमा के पास एक ऐतिहासिक हिंदू मंदिर को ध्वस्त कर दिया गया है और वहां पर कमर्शियल कॉम्प्लेक्स बनाया जा रहा है। सन् 1947 में इस जगह के मूल निवासी भारत आ गए थे जिसके बाद से मंदिर बंद था। बकौल रिपोर्ट्स, वहां पर करीब 10-15 दिन पहले निर्माण कार्य शुरू हुआ है।
बता दें कि ‘खैबर मंदिर’ खैबर जिले के सीमावर्ती शहर लैंडी कोटाल बाजार में स्थित था, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में यह धीरे-धीरे लुप्त होता जा रहा था।. इस स्थान पर कमर्शियल कॉम्प्लेक्स का निर्माण करीब 10-15 दिन पहले शुरू हुआ है। पाकिस्तान के अधिकारियों से मंदिर के बारे में सवाल किए जाने पर अपने तरीके के जवाब दिए जा रहे हैं। कुछ अधिकारियों का कहना है कि मंदिर के अस्तित्व के बारे में उनको जानकारी नहीं हैं, वहीं कुछ अधिकारियों का कहना है कि कॉम्प्लेक्स का निर्माण नियमों के अनुसार हो रहा है।
वहीं, लैंडी कोटाल के सहायक आयुक्त मुहम्मद इरशाद के हवाले से कहा कि खैबर कबायली जिले के आधिकारिक भूमि रिकॉर्ड में मंदिर का कोई उल्लेख नहीं है। उन्होंने मंदिर गिराये जाने के बारे में अनभिज्ञता प्रकट की। उन्होंने कहा, ‘लैंडी कोटाल बाजार में पूरी जमीन राज्य सरकार की थी।’ लैंडी कोटाल के पटवारी जमाल आफरीदी ने दावा किया कि उन्हें मंदिर स्थल पर निर्माण गतिविधि की जानकारी नहीं है।