गोवा, भारत का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल, अब एक नई पहचान की ओर अग्रसर है। यहाँ पर एक उन्नत सी-सर्वाइवल सेंटर की स्थापना की गई है, जिसका उद्घाटन हाल ही में भारतीय प्रधानमंत्री द्वारा किया गया। इस खास अवसर पर उन्होंने भारत को विश्व में एनर्जी का तीसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता बताया और इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास पर विशेष जोर देते हुए 10,000 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की।
एनर्जी संरक्षण और उत्थान
प्रधानमंत्री के अनुसार, इस नए सेंटर का मुख्य उद्देश्य समुद्री संरक्षण और सर्वाइवल तकनीकों पर शोध और प्रशिक्षण प्रदान करना है। यह सेंटर भारतीय नौसेना और अन्य महत्वपूर्ण एजेंसियों के साथ मिलकर काम करेगा, जिससे समुद्री सुरक्षा और संरक्षण में भारत की साख मजबूत होगी।
इसके अलावा, ‘इंडिया एनर्जी वीक’ के उद्घाटन के साथ, भारत ने ऊर्जा संरक्षण और सतत विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को और मजबूत किया है। इस कार्यक्रम में विश्व भर के ऊर्जा विशेषज्ञ, पॉलिसी मेकर्स और उद्योगपति भाग ले रहे हैं, जो ऊर्जा क्षेत्र में नवाचार और संरक्षण की नई दिशाओं पर चर्चा करेंगे।
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर जोर देकर कहा कि भारत ऊर्जा क्षेत्र में अपने इन्फ्रास्ट्रक्चर को विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए उन्होंने अगले पाँच वर्षों में 10,000 करोड़ रुपये की भारी निवेश की घोषणा की, जिससे ऊर्जा सुरक्षा और संरक्षण के नए मानक स्थापित हो सकें।
इस प्रकार, गोवा में नए सी-सर्वाइवल सेंटर और इंडिया एनर्जी वीक का उद्घाटन न केवल भारत में ऊर्जा संरक्षण और संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाएगा, बल्कि यह विश्व स्तर पर भारत की प्रतिबद्धता और नेतृत्व को भी प्रदर्शित करेगा। इसके माध्यम से भारत ऊर्जा संरक्षण और संरक्षण के क्षेत्र में एक नई दिशा और गति प्रदान करेगा, जिससे आने वाले वर्षों में भारतीय ऊर्जा क्षेत्र का चेहरा बदल जाएगा।