नई दिल्ली: बिहार राज्य के स्थापना दिवस पर, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को बिहार के लोगों को अपनी शुभकामनाएं प्रेषित कीं और राज्य की प्रगति की कामना की।
“बिहार दिवस पर सभी राज्यवासियों को मेरी हार्दिक शुभकामनाएं। बिहार भारतीय संस्कृति और शिक्षा का ऐतिहासिक केंद्र रहा है,” मुर्मू ने हिंदी में X पर एक पोस्ट में कहा।
उन्होंने कहा, “बिहार के लोग, जो अपनी दृढ़ संकल्प, कर्तव्य के प्रति समर्पण और त्याग के लिए प्रसिद्ध हैं, ने देश और विदेश में अपनी जगह बनाई है। मेरी इच्छा है कि यह राज्य हमेशा प्रगति के पथ पर आगे बढ़े,” उन्होंने जोड़ा।
बिहार: प्रगति की ओर अग्रसर
राष्ट्रपति मुर्मू का यह संदेश बिहार के अतीत और वर्तमान के बीच की कड़ी को उजागर करता है। बिहार, जो कभी नालंदा और विक्रमशिला जैसे विश्वविद्यालयों का घर था, आज भी अपने ऐतिहासिक महत्व को संजोए हुए है।
राज्य की सांस्कृतिक धरोहर और शिक्षा के प्रति समर्पण ने उसे भारत के सबसे महत्वपूर्ण केंद्रों में से एक बनाया है। बिहार के लोगों की कठिनाइयों के बावजूद, उनका जीवन मूल्यों और आदर्शों के प्रति समर्पण दूसरों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनता जा रहा है।
राष्ट्र पति मुर्मू की इस शुभकामना संदेश ने न केवल बिहार के इतिहास और संस्कृति की महत्ता को रेखांकित किया, बल्कि यह भी जाहिर किया कि भारत की प्रगति में बिहार का एक अनिवार्य योगदान रहा है।
बिहार की धरती ने अनेक विभूतियों को जन्म दिया है, जिन्होंने न केवल राष्ट्रीय बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी छाप छोड़ी है। यहां के लोगों का जीवन दृष्टिकोण, उनकी मेहनत और उनके संस्कार दुनिया के सामने एक उदाहरण पेश करते हैं।
राष्ट्रपति मुर्मू की आशावादिता और शुभकामनाएँ बिहार के भविष्य के प्रति एक सकारात्मक दृष्टिकोण प्रदान करती हैं। उन्होंने यह विश्वास जताया कि बिहार अपनी समृद्ध ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत को बरकरार रखते हुए, विकास के नए मानदंड स्थापित करेगा।
इस संदर्भ में, बिहार की जनता और सरकार दोनों के समक्ष चुनौतियाँ भी हैं और अवसर भी। शिक्षा, स्वास्थ्य, और आर्थिक विकास के क्षेत्र में सुधार की दिशा में कदम उठाकर, बिहार न केवल अपने नागरिकों के जीवन स्तर को उन्नत कर सकता है, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान को और मजबूत कर सकता है।
अंततः, राष्ट्रपति मुर्मू का संदेश एक उम्मीद जगाता है कि बिहार, अपने इतिहास और सांस्कृतिक समृद्धि के बल पर, एक नई दिश! में अग्रसर होगा और विकास की नई ऊँचाइयों को छूएगा।
इस प्रक्रिया में, बिहार का युवा वर्ग एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार है। शिक्षा और नवाचार के क्षेत्र में उनकी भागीदारी, राज्य के समग्र विकास में एक नया आयाम जोड़ सकती है। इसके साथ ही, बिहार की सरकार द्वारा युवा प्रतिभाओं को सहायता और मंच प्रदान करने की पहल, इस दिशा में और भी अधिक प्रभावी सिद्ध हो सकती है।
सांस्कृतिक विरासत और आधुनिकता के मिलन से, बिहार अपने अतीत की महिमा को नए स्वरूप में प्रस्तुत कर सकता है। इससे न केवल राज्य की पहचान को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि यह वैश्विक मंच पर बिहार को एक नई पहचान दिलाने में भी सहायक होगा।
राष्ट्रपति मुर्मू के संदेश में व्यक्त उम्मीद और सकारात्मकता, बिहार के हर नागरिक के दिल में एक नई उमंग और उत्साह का संचार करती है। यह उन्हें अपने राज्य को एक समृद्ध और विकसित भविष्य की ओर ले जाने के लिए प्रेरित करती है।
बिहार: संस्कृति और शिक्षा का केंद्र
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