नई दिल्ली: हाल ही में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के इस्तीफे और गिरफ्तारी के बाद उत्पन्न परिस्थितियों पर चर्चा करने के लिए विपक्षी गठबंधन भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन (INDIA) के शीर्ष नेताओं ने बुधवार की शाम एक बैठक की। इस बैठक में विभिन्न दलों के नेता शामिल हुए थे।
यह बैठक कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के निवास पर हुई, जिसमें सोनिया गांधी, सीपीआई(एम) के महासचिव सीताराम येचुरी, एनसीपी के सुप्रीमो शरद पवार और डीएमके नेता टी आर बालू सहित अन्य महत्वपूर्ण नेता उपस्थित थे।
भारतीय राजनीति की नई करवट
सोरेन की पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन (INDIA) का एक घटक दल है। यह गठबंधन लोकसभा चुनावों में भाजपा का मुकाबला करने के लिए दो दर्जन से अधिक विपक्षी पार्टियों द्वारा बनाया गया है, जो अप्रैल-मई में होने वाले हैं।
इस बैठक में चर्चा का मुख्य विषय सोरेन की गिरफ्तारी और इसके राजनीतिक प्रभाव थे। विपक्षी नेताओं ने इसे राजनीतिक प्रतिशोध के रूप में देखा और इसके खिलाफ एकजुट होने की बात कही।
विपक्षी दलों का यह गठजोड़ न केवल आगामी चुनावों के लिए एक महत्वपूर्ण रणनीति है, बल्कि यह राष्ट्रीय स्तर पर राजनीतिक ताकतों के संतुलन में भी एक महत्वपूर्ण परिवर्तन का संकेत है।
इस बैठक के परिणामों का भारतीय राजनीति पर गहरा प्रभाव पड़ने की संभावना है, खासकर जब देश लोकसभा चुनावों की ओर अग्रसर हो रहा है। इस घटना के बाद विपक्षी एकता और भी मजबूत होने की उम्मीद है।