नई दिल्ली: भारतीय राजधानी में कला के प्रति उत्साहित लोगों ने गुरुवार को NSIC ग्राउंड्स में भारत कला मेले के 15वें संस्करण के उद्घाटन दिवस पर भारी भीड़ जमा की। रात भर की बारिश से अप्रभावित, इस मेले को “अब तक का सबसे बड़ा संस्करण” कहा जा रहा है।
भारत कला मेले में भव्य प्रदर्शनी
इस बार के मेले में 109 प्रदर्शकों ने हिस्सा लिया है, जिनमें 72 गैलरीज़ और प्रमुख क्षेत्रीय व अंतर्राष्ट्रीय कला संस्थान शामिल हैं। इसमें पहली बार सात नए डिज़ाइन स्टूडियो भी अपनी कलेक्टिबल डिज़ाइन सेक्शन में शामिल हुए हैं।
इस महोत्सव में दक्षिण एशियाई मॉडर्न और समकालीन कला के साथ-साथ प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय समकालीन कलाकारों की उत्कृष्ट कृतियाँ प्रदर्शित की गई हैं। साथ ही, पहली बार इस मेले में पायनियरिंग स्टूडियोज़ द्वारा हस्तनिर्मित और सीमित संस्करण की डिज़ाइन प्रदर्शित की गई है।
कला के प्रति अद्भुत समर्पण
इस आयोजन में भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय कला जगत के नवीनतम और प्रभावशाली रुझानों को प्रदर्शित किया गया है। यहाँ उपस्थित लोगों में कला प्रेमियों, कलेक्टरों, कलाकारों और कला समीक्षकों का एक मिश्रण देखने को मिला, जिन्होंने कला के विभिन्न रूपों का आनंद उठाया।
भारत कला मेले में आधुनिक और समकालीन कला के साथ-साथ डिज़ाइन और शिल्प कला का अद्भुत संगम है। इस वर्ष के संस्करण में कला की विविधता और गहराई को दर्शाने वाली प्रदर्शनियां आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं।
कुल मिलाकर, भारत कला मेला न केवल कला प्रेमियों के लिए एक उत्सव है, बल्कि यह देश की सांस्कृतिक विरासत को समृद्ध बनाने में एक महत्वपूर्ण कदम भी है। इसके माध्यम से कला के विभिन्न रूपों और उनके अर्थ को समझने का एक अनूठा अवसर प्राप्त होता है।