अमृतसर (हेमा): “महिलाएं हमारे देश का भविष्य हैं और उन्हें पढ़ाई के माध्यम से आत्मनिर्भर बनना चाहिए,” यह बातें तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार सिंह ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहीं। उनका मानना है कि युवा पीढ़ी, खासकर महिलाओं की शिक्षा, देश को अंधकार से प्रकाश की ओर ले जा सकती है।
जत्थेदार सिंह के अनुसार, महिलाओं की शिक्षा सिर्फ उन्हें व्यक्तिगत रूप से मजबूत नहीं बनाती, बल्कि यह राष्ट्रीय विकास के लिए भी अनिवार्य है। उन्होंने इस दिवस पर युवाओं से अच्छे इंसान बनने और देश सेवा में अपनी भूमिका निभाने का आह्वान किया।
कार्यक्रम के दौरान, आनरेरी सचिव राजिंदर मोहन सिंह छीना ने भी महिलाओं की शिक्षा के महत्व पर जोर दिया। उनका कहना था कि शिक्षित महिलाएं न केवल अपने परिवार को बल्कि पूरे समाज को सशक्त बनाती हैं।। इस तरह से वे राष्ट्र के विकास में अपना अमूल्य योगदान दे सकती हैं।