लंदन: टाटा स्टील ने बुधवार को घोषणा की कि यदि ब्रिटिश सरकार और अधिक आर्थिक सहायता प्रदान करती है, तो वह अपने पोर्ट टैलबोट संयंत्र में भविष्य में अतिरिक्त निवेश पर विचार करेगा। टाटा स्टील के मुख्य कार्यकारी टी वी नरेंद्रन ने इस संबंध में जानकारी दी।
ब्रिटिश सरकार पहले ही इस घाटे में चल रहे स्टील संयंत्र के समर्थन के लिए 500 मिलियन पाउंड का पैकेज स्वीकृत कर चुकी है, जिसका सामना उच्च कार्बन उत्सर्जन के कारण बंद होने का खतरा था। इस संयंत्र में लगभग 8,000 लोग काम करते हैं।
टाटा की पर्यावरणीय प्रतिबद्धता
सरकारी फंडिंग के साथ अपनी पुनर्गठन योजना के तहत, टाटा स्टील इकाई में ब्लास्ट भट्टियों को इलेक्ट्रिक भट्टियों से बदलेगा ताकि पुनर्नवीनीकरण स्टील का उपयोग कर सकें और कार्बन उत्सर्जन को कम कर सकें। हालांकि, कम उत्सर्जन प्रणाली की स्थापना से 2,800 नौकरियां जाने की संभावना है, क्योंकि इलेक्ट्रिक भट्टियों को कम मानवशक्ति की आवश्यकता होती है।
टाटा स्टील द्वारा यह कदम न केवल उनके व्यवसाय की स्थिरता को बढ़ाएगा, बल्कि पर्यावरण के प्रति उनकी जिम्मेदारी का भी परिचायक है। इस परिवर्तन से उत्सर्जन में कमी आएगी, जो न केवल संयंत्र के लिए बल्कि समूचे उद्योग के लिए एक मिसाल सेट करेगा।
यह निवेश न केवल उत्पादन प्रक्रिया को अधिक स्थिर बनाएगा, बल्कि भविष्य में अधिक सरकारी सहायता की संभावना के साथ, यह टाटा स्टील के लिए नई वृद्धि और विकास के अवसर खोलेगा। इस तरह की पहल से भारतीय कंपनियों की वैश्विक उपस्थिति और उनकी प्रतिबद्धता का प्रदर्शन होता है।




