नई दिल्ली (नेहा): माइक्रोसॉफ्ट के मुख्यालय में बुधवार को कर्मचारियों के जोरदार प्रदर्शन ने सबको चौंका दिया। गाजा में इजरायल की सैन्य कार्रवाइयों में कंपनी की तकनीक के इस्तेमाल के खिलाफ नाराज कर्मचारियों ने हंगामा किया। इसके बाद पुलिस ने 18 लोगों को हिरासत में ले लिया। माइक्रोसॉफ्ट ने वादा किया है कि वह इजरायल की सेना की ओर से उसकी तकनीक के इस्तेमाल की तत्काल जांच करेगा। प्रदर्शनकारियों ने कंपनी से इजरायल के साथ कारोबारी रिश्ते तुरंत खत्म करने की मांग की है।
दो दिन तक चले इस विरोध प्रदर्शन ने माइक्रोसॉफ्ट को मुश्किल में डाल दिया। मंगलवार को करीब 35 प्रदर्शनकारी कंपनी के ऑफिस के बीच बने प्लाजा में जमा हुए थे। माइक्रोसॉफ्ट के कहने पर वे चले गए, लेकिन बुधवार को प्रदर्शनकारी उग्र हो गए। उन्होंने कंपनी के मशहूर लोगो वाले साइन पर खून जैसे रंग लगा दिया। रेडमंड पुलिस डिपार्टमेंट के मुताबिक, प्रदर्शनकारी हठी हो गए और आक्रामक हो उठे जब उन्हें बताया गया कि वे गैरकानूनी रूप से वहां मौजूद हैं।
पुलिस की प्रवक्ता जिल ग्रीन ने कहा, “हमने कहा था, कृपया चले जाएं, वरना आपको गिरफ्तार किया जाएगा। लेकिन उन्होंने जाने से इनकार कर दिया, इसलिए उन्हें हिरासत में लिया गया।”
प्रदर्शनकारियों ने न सिर्फ कंपनी की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया, बल्कि पुलिस के साथ भी टकराव किया। माइक्रोसॉफ्ट ने पिछले हफ्ते कहा था कि वह एक लॉ फर्म की मदद से जांच करेगा, क्योंकि ब्रिटिश अखबार ‘द गार्जियन’ ने खुलासा किया था कि इजरायली रक्षा बल माइक्रोसॉफ्ट के अजूर क्लाउड प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल गाजा और वेस्ट बैंक में फिलिस्तीनियों की बड़े पैमाने पर निगरानी के लिए इकट्ठा किए गए फोन डेटा को स्टोर करने में कर रहे हैं।
कंपनी ने अपने बयान में कहा, “माइक्रोसॉफ्ट के सेवा नियम इस तरह के इस्तेमाल की इजाजत नहीं देते। यह खबर गंभीर आरोप लगाती है, जिसकी तुरंत और पूरी जांच जरूरी है।”